Tuesday, 15th July 2025

बीडीए:12 टाउन प्लानिंग स्कीम फिर चालू करने पर आज हो सकता है फैसला; 2393 एकड़ अधिग्रहीत जमीन बरसों से पड़ी है बेकार

Wed, Dec 2, 2020 6:50 PM

भोपाल विकास प्राधिकरण की बरसों से बंद 12 टाउन प्लानिंग स्कीम फिर चालू करने के मामले में आज फैसला हो सकता है। बीडीए के प्रस्ताव पर विचार के लिए नगरीय आवास एवं विकास विभाग के प्रमुख सचिव नीतेश व्यास ने बुधवार को बीडीए और टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के अफसरों को बुलाया है। बीडीए ने जिन स्कीम को फिर से चालू करने का प्रस्ताव दिया है उनमें भैंरोपुर ट्रांसपोर्ट नगर, गौरा सेवनिया में बॉटनीकल गार्डन और नवीन बायपास होशंगाबाद रोड जैसी योजनाएं शामिल हैं।

खास बात यह है कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में बीडीए ने इन सभी योजनाओं को बंद करने का निर्णय लिया था। इन योजनाओं के लिए बीडीए ने करीब 2393 एकड़ जमीन अधिग्रहित की थी। इसकी कीमत 3000 करोड़ रुपए बताई जाती है। इस अवधि में बीडीए ने कोई विकास कार्य नहीं किया, जिससे लोग खुद को ठगा हुआ महसूस करते हैं। कहा जाता है कि कुछ खास लोगों को उपकृत करने के लिए इन योजनाओं को चालू करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है।

इन प्रमुख योजनाओं को चालू करना चाहता है बीडीए
(1) रासलाखेड़ी विकास योजना (2) भैरोपुर यातायात नगर (3)एनआरआई कॉलोनी भौंरी,(4) नवीन बायपास होशंगाबाद रोड (5) मिसरोद चरण-3 (6) रक्षा विहार फेस 2 व 3,(7) एयरो सिटी फेस-2,(8) कोकता आवासीय परिसर योजना (9) बॉटनिकल गार्डन गौरा सैवनिया।

बिल्डर्स को फायदा पहुंचाने की कोशिश
नवीन बायपास, होशंगाबाद रोड पर कई बिल्डर्स को डेवलपमेंट की अनुमति दी जा चुकी है, ऐसे में अब बीडीए का वहां कुछ भी करना इन बिल्डर्स को लाभ पहुंचाने का ही उपक्रम साबित होगा। इसी तरह कोकता में ट्रांसपोर्ट नगर विकसित होने के बाद भैंरोपुर में एक और ट्रांसपोर्ट नगर की जरूरत को लेकर डेवलपमेंट एक्सपर्ट्स एकमत नहीं हैं।

स्कीम फिर से चालू करने पर उठाया सवाल
बीडीए के इन स्कीम को फिर से चालू करने पर टीएंडसीपी ने ही सवाल उठाया है। टीएंडसीपी की रिपोर्ट के अनुसार बीडीए की माली हालत ठीक नहीं है। ऐसे में इन योजनाओं के लिए बजट की व्यवस्था करना प्राधिकरण के लिए संभव नहीं है। नतीजा बरसों से अपनी जमीन पर डेवलपमेंट का इंतजार कर रहे लोगों को निराशा ही हाथ लगने की आशंका है।

इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट ही बीडीए का मूल काम
टाउन प्लानिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट ही बीडीए का मूल काम है। हम यह नहीं करेंगे तो क्या करेंगे ? योजनाओं पर शासन स्तर पर समग्रता से विचार के बाद ही अंतिम निर्णय होगा।
- बुद्धेश वैद्य, सीईओ, बीडीए

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