विदिशा में यूथ कांग्रेस में एक नियुक्ति को लेकर कांग्रेस के दो विधायक आमने-सामने आ गए हैं। ये नियुक्ति यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कुणाल चौधरी ने की थी। इस पर विदिशा के कांग्रेस अध्यक्ष शशांक भार्गव ने आपत्ति जताई है। उनका दर्द सोशल मीडिया पोस्ट में सामने आया है। बता दें मध्यप्रदेश में हाल में हुए 28 सीटों पर उपचुनाव में कांग्रेस को केवल 9 सीटें मिली हैं। इसके बाद कांग्रेस में अंतरकलह खुलकर सामने आ रहा है। हालांकि कुणाल चौधरी ने भास्कर से कहा कि नियुक्तियां करना संगठन का काम है और इसमें किसी को बताने जैसी कोई बात नहीं थी। संगठन तो अपना काम करता है।
असल में, हाल में यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कुणाल चौधरी ने विदिशा के शैलेंद्र पटेल को यूथ कांग्रेस का स्टेट सेक्रेटरी नियुक्त किया था। इस पर विदिशा से कांग्रेस विधायक शशांक भार्गव ने कांग्रेस के ही विधायक कुणाल चौधरी को संबोधित करते हुए एक पोस्ट लिखी है, जिसमें उन्होंने कहा कि विदिशा में की गई नियुक्तियों के पहले उन्हें जानकारी दे दिया करें। उन्होंने कहा है कि उन्हें यहां पर नियुक्ति करने से पहले जानकारी क्यों नहीं दी जाती। हालांकि शशांक भार्गव की ये पोस्ट अब उनके पेज पर नहीं मिल रही है।
पोस्ट में लिखा- मिस कम्युनिकेशन को दूर करें, जिससे विवाद न हो
शशांक भार्गव ने लिखा- 'विदिशा में शैलेंद्र पटेल की नियुक्ति के संबंध में आपसे चर्चा हुई, वह अच्छा साथी है लेकिन मैंने आपसे निवेदन किया था कि अगर आपने विदिशा में कोई नियुक्ति की है तो मुझे भी इसकी जानकारी दे दिया करें, लेकिन आपने कहा कि आपके द्वारा इनकी इन्हें नियुक्ति नहीं दी गई है, ओझा जी द्वारा की गई है। मैंने फिरोजा जी से बात की और उनसे निवेदन किया कि हमें भी नियुक्ति करने से पहले जानकारी दे दिया करें कि हम उनका स्वागत कर सकें, लेकिन बड़े दुख के साथ लिखना पड़ रहा है कि आपने किसी तरह की बात छोटे भाइयों से कहीं, अब छोटे भाइयों को मेरे बारे में इस तरह पोस्ट लिखना पड़ रही है।'
'आप अच्छी तरह जानते हैं कि विदिशा में इन्हीं सब छोटे भाइयों की कृपा से मैं विधायक बना हूं। आपने उनसे क्या चर्चा की लेकिन उन्हें जो भी हुआ है उसको दूर कर हमारे बीच विवाद पैदा होने से रोकें। उम्मीद करता हूं कि आप से मेरी जो चर्चा हुई है उसे मेरे छोटे भाइयों को पहुंचाने की कृपा करें।'
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