(राजीव पांडेय) झारखंड में करीब 20 लाख लोग हर साल छठ करते हैं। सूर्य की उपासना के इस महापर्व के मौके पर हमने सूर्योदय के फोटो के लिए सात्विकता के सर्वोच्च शिखर पारसनाथ को चुना। गिरिडीह जिले के मधुवन में स्थित इस पहाड़ की चोटी प्रदेश में सबसे ऊंची 4480 फीट है।
‘श्री सम्मेद शिखरजी’ के रूप में चर्चित इस पुण्य क्षेत्र में जैन धर्म के 24 में से 20 तीर्थंकरों (सर्वोच्च जैन गुरुओं) को मोक्ष प्राप्त हुआ। यहीं 23वें तीर्थकर भगवान पार्श्वनाथ ने भी निर्वाण प्राप्त किया था। उन्हीं के नाम पर इस पर्वत क्षेत्र का नाम पारसनाथ पड़ा। तीर्थयात्रा के लिए सालोंभर देश-विदेश से जैन धर्म को मानने वालों की भीड़ यहां लगी रहती है।
पाकुड़ जिले के हरिगंज में सूर्य सबसे पहले
पाकुड़ प्रखंड के हरिगंज गांव से झारखंड शुरू होता है, जहां सूर्य की किरणें सबसे पहले पड़ती हैं। रांची में सूर्योदय 6.05, धनबाद में 6.01 और जमशेदपुर में 6.00 बजे होता है। हरिगंज में 5.57 में ही सूर्य उदय हो जाता है। हरिगंज की आबादी करीब 300 है, यह क्षेत्र काफी पिछड़ा है, ग्रामीणों को विकास की किरण की प्रतीक्षा है।
गढ़वा के गांव बरखाेहरा में देर से सूर्यास्त
गढ़वा धुरकी प्रखंड के बरखोहरा गांव में सूर्य सबसे देरी से ढलता है। रांची में सूर्यास्त 5.03, धनबाद में 4.58, जमशेदपुर में 5.00 बजे होता है, जबकि धुरकी में 5.08 बजे होता है। कनहरी नदी के किनारे बसे इस गांव की आबादी करीब 200 है। यह गांव काफी पिछड़ा है, लोग रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में जाते हैं।
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