साईंखेड़ा जनपद के ग्राम झांझनखेड़ा में मुगलकालीन चांदी के सिक्के मिले हैं। सरपंच जितेंद्र सिंह कौरव के अनुसार, ग्राम पंचायत द्वारा बनवाई जा रही गौशाला में मिट्टी की पुराई कराई गई थी। धनतेरस के एक दिन पहले जब उस पर पानी सींचा जा रहा था तब एक मजदूर को एक-दो पुराने सिक्के मिले। करीब 10-12 ग्राम वजन के चांदी के इन सिक्कों पर फारसी भाषा में कुछ इबारत लिखी हुई है। क्षेत्र के पुरातत्वविद् डॉ. अजय जायसवाल के अनुसार, सिक्कों पर लिखी फारसी इबारत देखने से लगता है कि यह मुगलकालीन शासक औरंगजेब के जमाने के हो सकते हैं।
सिक्के निकालने मची होड़
पानी सींच रहे मजदूर की जुबानी जैसे ही गांव वालों को चांदी के सिक्के निकलने की जानकारी मिली, होड़ मच गई। बताया जाता है कि इस दौरान करीब 30 सिक्के गांव वालों के हाथ लगे। सरपंच जितेंद्र सिंह न तो उस मजदूर का नाम बता पा रहे हैं जिसे सबसे पहले सिक्का मिला और न ही उन लोगों के जिन्होंने बाद में निर्माणाधीन गौशाला पहुंचकर सिक्के निकाले। लापरवाही की इंतेहा यह कि ग्राम प्रधान व कोटवार द्वारा इस संबंध में अब तक न पुलिस और न ही प्रशासन को सूचना दी गई। सोशल मीडिया व ग्रामीणों की जुबानी एसडीएम (गाडरवारा) के संज्ञान में मामला आने के बाद, बुधवार को तहसीलदार के नेतृत्व में राजस्व विभाग की टीम को मौके पर भेजा गया।
मैं हाईकोर्ट पेशी पर आया था, इसलिए फीड बैक मुझ तक नहीं पहुंच सका। गुरूवार को इसकी विस्तृत जानकारी लेकर पुरातत्व विभाग को भी अवगत कराया जाएगा और आगे की कार्रवाई की जाएगी।
- आर.एस. राजपूत, एसडीएम (गाडरवारा)
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