Saturday, 24th May 2025

हाथरस कथित गैंगरेप केस:UP सरकार आज हाईकोर्ट में SIT जांच की रिपोर्ट दे सकती है, CBI जांच का स्टेटस भी बताएगी

Mon, Nov 2, 2020 10:18 PM

उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित युवती से कथित गैंगरेप और हत्या के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में आज सुनवाई होगी। इस मामले में SIT जांच की रिपोर्ट को सरकार आज कोर्ट में पेश कर सकती है। हाईकोर्ट ने इस मामले को खुद नोटिस में लिया था। सुप्रीम कोर्ट ने भी 27 सितंबर को आदेश दिया था कि इस मामले में CBI जांच की निगरानी समेत सभी मुद्दों को इलाहाबाद हाईकोर्ट ही देखेगा।

वकील सीमा कुशवाहा ने कहा- मैं रखूंगी कोर्ट में ये बातें
पीड़ित पक्ष की वकील सीमा कुशवाहा हाईकोर्ट पहुंच गई हैं। उन्होंने बताया कि आज सुनवाई में उनकी ओर से मांग की जाएगी कि मामले में जिन अधिकारियों की लापरवाही रही, उनका सिर्फ सस्पेंशन न करके उन्हें टर्मिनेट किया जाए। जिससे वो आगे इस तरह के किसी केस को प्रभावित न कर सकें। इसके अलावा पीड़ित परिवार को आजीवन सुरक्षा दी जाए। दिल्ली में उन्हें मकान दिया जाए। महिला सुरक्षा अधिनियम लाया जाए। सरकार ने नौकरी का आश्वासन दिया था। लेकिन अभी तक उस पर भी कार्रवाई नहीं की गई है।

SIT की रिपोर्ट में अफसरों की भूमिका का जिक्र
सरकार ने 30 सितंबर को 3 सदस्यीय SIT बनाकर जांच का आदेश दिया था। हाईकोर्ट में सुनवाई से पहले SIT ने अपनी रिपोर्ट सरकार को दे दी है। सूत्रों के मुताबिक रिपोर्ट में अफसरों की भूमिका का जिक्र है। सरकार की तरफ से आज गृह विभाग और DGP ऑफिस के अफसर कोर्ट में पेश होंगे। हाथरस केस में लापरवाही के आरोप में सस्पेंड किए गए SP विक्रांत वीर भी कोर्ट में मौजूद रहेंगे।

परिवार को मिली सुरक्षा की स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करेगी सरकार
सुप्रीम कोर्ट ने हाथरस केस की CBI निगरानी की जिम्मेदारी इलाहाबाद हाईकोर्ट को सौंपी थी। सरकार आज CBI जांच और पीड़ित परिवार को दी गई सुरक्षा की स्टेटस रिपोर्ट भी हाईकोर्ट में देगी। पीड़ित परिवार को पहले UP पुलिस की सिक्योरिटी मिली हुई थी। बाद में पीड़ित परिवार की मांग पर CRPF को सुरक्षा की जिम्मेदारी दे दी गई।

क्या है पूरा मामला?
हाथरस जिले के चंदपा इलाके के बुलगढ़ी गांव में 14 सितंबर को 4 लोगों ने 19 साल की दलित युवती से कथित गैंगरेप किया था। आरोपियों ने युवती की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी और उसकी जीभ भी काट दी थी। दिल्ली में इलाज के दौरान 29 सितंबर को पीड़ित की मौत हो गई। मामले में चारों आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं। हालांकि, पुलिस का दावा है कि रेप नहीं हुआ था। सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दिए एफिडेविट में भी रेप नहीं होने का दावा किया था।

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