स्टेच्यू ऑफ यूनिटी देखने के लिए अब हवाई मार्ग से भी केवडिया पहुंच सकेंगे। अब केवडिया-अहमदाबाद के बीच 136 किमी की दूरी सी-प्लेन से तय की जा सकेगी। 1 नवंबर से आम जनता के लिए यह सेवा शुरू हो सकती है। इसके लिए देश का पहला सी-प्लेन सोमवार को मालदीव से कोच्चि, गोवा होते हुए केवडिया (गुजरात) पहुंच गया है। यह सी-प्लेन 50 साल पुराना है।
सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती 31 अक्टूबर को एकता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे। 19 यात्रियों की क्षमता वाला सी-प्लेन सरदार सरोवर नर्मदा बांध के तालाब-3 में उतरा। इसके बाद ट्रायल उड़ान के लिए यह अहमदाबाद के लिए रवाना हो गया।
केवडिया (नर्मदा जिला) से साबरमती रिवरफ्रंट-अहमदाबाद के बीच की 136 किमी की दूरी सी-प्लेन 45 मिनट में तय करेगा। सी-प्लेन की हवाई ट्रिप रोज सुबह आठ बजे अहमदाबाद से शुरू होगी। हर दिन सी-प्लेन निर्धारित रूट पर आठ ट्रिप लगाएगा। प्रति व्यक्ति टिकट दर 4800 रु. तय की गई है। इस प्लेन में एक बार में 14 यात्री जा पाएंगे। 5 क्रू-मेंबर होंगे। सी-प्लेन उड़ाने के लिए छह महीने तक विदेशी पायलट भारतीय पायलट को प्रशिक्षण देगा।
50 साल पुराना है सी-प्लेन
ये सी-प्लेन 50 वर्ष अर्थात 5 दशक पुराना है। कनाडा-तुर्की-मालदीव में सेवाएं देते हुए अब गुजरात पहुंचा। स्पाइस जेट इसका संचालन करेगी। रजिस्ट्रेशन नंबर 8Q-ISC वाले इस सी-प्लेन का निर्माण 1971 में कनाडा की डे हेविलेंड ने किया था।
कंपनी ने इसकी पहली डिलीवरी कनाडा की ही ओटावा की रॉयल कैनेडियन माउन्टेड पुलिस को दी। तब से इसके तीन मालिक बदल चुके हैं। अभी इसका रजिस्ट्रेशन मालदीवियन एयरलाइंस के पास है। 2016 में 8 अगस्त को मालदीवियन एयरलाइंस ने यह सी-प्लेन खरीदा था।
अच्छी कंडीशन में है सी-प्लेन: स्पाइस जेट
50 साल पुराने सी-प्लेन के सुरक्षा पहलुओं संबंधी भास्कर के सवाल के जवाब में स्पाइस जेट के प्रवक्ता ने बताया कि यह सी-प्लेन सबसे सुरक्षित एयरक्रॉफ्ट में से एक है। नियमित तौर पर इस एयरक्रॉफ्ट की सर्विस हुई है और यह टॉप-क्लास कंडीशन में है। स्पाइस जेट के लिए अपने मुसाफिर, क्रू और एयरक्रॉफ्ट की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता में है।
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