मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन की इनोवेशन सेल के तहत कार्य कर रही इंस्टीट्यूशंस इनोवेशन काउंसिल ने देशभर के शिक्षण संस्थानों की रेटिंग लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में सेंट्रल जोन के 85 संस्थानाें काे जगह दी गई है। इसमें गुजरात के 38, मध्य प्रदेश के 31 और छत्तीसगढ़ के 16 शिक्षण संस्थान शामिल हैं। संस्थानों काे 1 स्टार से लेकर फाइव स्टार तक रेटिंग दी गई है। साल 2019-20 में शिक्षण संस्थानाें की ओर से इनाेवेशन काे बढ़ावा देने के मकसद से किए गए प्रयासाें के आधार पर उन्हें रेंटिंग और नंबर दिए गए हैं। नवा रायपुर में संचालित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ट्रिपलआईटी और एनआईटी को 4 रेटिंग मिली है। ट्रिपलआईटी काे पिछले साल इस लिस्ट में महज 1 रेटिंग मिली थी। इस साल संस्थान ने इनाेवेशन की दिशा में किए गए प्रयासाें के दम पर रैंक सुधारने में कामयाबी हासिल की है। वहीं, पिछले साल इसी लिस्ट में चार रेटिंग हासिल करने वाले आईआईटी भिलाई को इस साल तगड़ा झटका लगा है। इस साल आईआईटी काे महज डेढ़ रेटिंग मिली है। एनआईटी की रेटिंग पिछले साल की तरह इस साल भी 4 ही है। बात करें स्टेट लेवल इंस्टीट्यूट की ताे लिस्ट में राज्य की सबसे बड़ी रविशंकर यूनिवर्सिटी की रेटिंग 0 है।
ट्रिपलआईटी ने सालभर में कराई 38 एक्टिविटी इसी के दम पर मिले 100 में 82.5 स्कोर
ट्रिपलआईटी के अमित अग्रवाल ने बताया कि संस्थान को 100 में से कुल 82.5 स्कोर मिले हैं। इसमें इंस्टीट्यूट इनोवेशन काउंसिल के कैलेंडर इवेंट्स की 19 एक्टिविटी के लिए 50 स्कोर, एमआईसी की 9 एक्टिविटी के लिए 7.5 स्कोर और 10 सेल्फ एक्टिविटी के लिए 25 स्कोर मिले हैं। संस्थान ने इनाेवेशन काे बढ़ावा देने के लिए 2019-20 में कुल मिलाकर 38 एक्टिविटीज कीं, जिनके लिए 82.5 स्काेर मिला है। वहीं, एनआईटी और आईआईटी के स्टाफ से हमें ये जानकारी रात 11 बजे तक नहीं मिल सकी कि उन्हें कितने मार्क्स मिले हैं।
आईआईसी इस आधार पर देती है रेटिंग
इंस्टीट्यूशंस इनोवेशन काउंसिल के कैलेंडर इवेंट्स, एमआईसी एक्टिविटी और सेल्फ एक्टिविटी के आधार पर संस्थानाें काे स्कोर और फिर रेटिंग दी जाती है। इन एक्टिविटी के जरिए स्टूडेंट्स को अवेयर करने इनोवेशन से संबंधित इवेंट कराए जाते हैं। इन तीनों कैटेगिरी में जितनी ज्यादा एक्टिविटी की जाती है उस आधार पर रेटिंग दी जाती है।
रविवि काे मिली जीरो रेटिंग कुलपति बाेले- लिस्ट देखे बिना कुछ नहीं कह सकता...
काउंसिल की ओर से जारी लिस्ट में रविशंकर यूनिवर्सिटी काे जीराे रेटिंग दी गई है। पिछले साल संस्थान काे 2 रेटिंग मिली थी। रेटिंग दाे से गिरकर जीराे कैसे हाे गई सवाल का जवाब जानने हमने रविशंकर यूनिवर्सिटी के कुलपति केएल वर्मा से बातचीत की। उन्हाेंने कहा, मुझे इनाेवेशन काउंसिल की रेटिंग की अब तक काेई जानकारी नहीं मिली है। लिस्ट देखे बिना कुछ नहीं कह
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