तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा बीई के लिए ऑनलाइन एडमिशन प्रक्रिया आयोजित की जा रही है। इस बार प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट्स, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, डेटा साइंस आदि क्षेत्रों में नई ब्रांच में एडमिशन दिए जा रहे हैं। इनमें स्टूडेंट्स रुचि भी ले रहेे हैं। वहीं सत्र 2020-21 में स्टूडेंट्स कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग (सीएसई) ब्रांच से इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने करने के लिए अधिक रुझान दिखा रहे हैं।
विभाग के अनुसार इस बार अलग-अलग कॉलेजों में सीएसई में एडमिशन के लिए 1,50,495 बार च्वाइस लॉक की गई है। जो कि अन्य ब्रांच की तुलना में तीन गुना अधिक है। वहीं सिविल इंजीनियरिंग से अधिक मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन (ईसी), इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी में अधिक रुझान है। इस बार छात्रों की पसंद में ईसी व आईटी मैकेनिकल इंजीनियरिंग से आगे हैं।
बीई... 41 ब्रांच में 55,362 सीट के लिए होंगे एडमिशन
बीई में 41,55,363 सीट के लिए एडमिशन प्रक्रिया चल रही है। इनके लिए 5,08,298 च्वाइस फिलिंग हुई है। 16,992 सीट पर अलॉटमेंट हुए हैं।
अलग-अलग कॉलेजों में इस सत्र से शुरू प्रमुख ब्रांच
छात्रों को फायदा- इन क्षेत्रों से जुड़े कोर्स भी राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेजों में शुरू किए गए हैं। इसका लाभ छात्रों को मिलेगा।
कोर ब्रांच की अपेक्षा सीएसई और इससे जुड़ी ब्रांच में जॉब अधिक
तकनीकी शिक्षा के जानकार डॉ. सुबोध पाण्डेय ने बताया कि कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में अधिक रुझान है। इस फील्ड में स्टूडेंट्स को अन्य कोर ब्रांच की अपेक्षा अधिक जॉब उपलब्ध हैं। इस बार ईसी का ग्राफ बढ़ा है। वर्तमान में जो एप्लीकेशन डेवलप हो रही हैं वह कंप्यूटर साइंस, आईटी और इलेक्ट्राॅनिक्स एंड कम्यूनिकेशन का मिश्रण हैं। चाहे वह इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट हो या फिर मशीन लर्निंग, डेटा साइंस व रोबोटिक्स, फाइव-जी टेक्नोलॉजी हों, इन क्षेत्रों में प्लेसमेंट की संभावना रहती है।
प्रमुख ब्रांच में यह है स्थिति
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