Sunday, 25th May 2025

मप्र उपचुनाव:चुन्नू-मुन्नू कहने को लेकर बोले विजयवर्गीय - 15 महीने साजिश के तहत जिस प्रकार से दाेनाें ने प्रदेश को लूटा, उनके लिए तो सम्मानजनक शब्द यही है

Thu, Oct 15, 2020 4:48 PM

  • ब्यावरा से चुनाव प्रचार के बाद इंदौर लौटते समय शाजापुर हाईवे पर विजयवर्गीय ने कार्यकर्ताओं से मुलाकात की
  • सांवेर विधानसभा उपचुनाव के दौरान नामांकन रैली को संबोधित करते हुए विजयवर्गीय नि चुन्नू-मुन्नू कहा था
 

कमलनाथ जी को रात में नींद नहीं आती होगी तो प्रदेश सत्ता में वापस आने के सपने देखते होंगे। सपना देखने में कोई बुराई नहीं है। धरातल में कांग्रेस साफ है। मुझे नहीं लगता कि उपचुनाव में उसे एक भी सीट हासिल होगी। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को चुन्नू-मुन्नू कहने को लेकर कहा कि 15 महीने साजिश के तहत जिस प्रकार से दाेनाें ने प्रदेश को लूटा, उनके लिए तो सम्मानजनक शब्द यही है यह बात भाजपा के दिग्गज नेता राष्ट्रीय महासचिव और पश्चिम बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ब्यावरा से चुनाव प्रचार के बाद बुधवार रात इंदौर लौटते समय शाजापुर हाईवे पर कार्यकर्ताओं से मुलाकात के दौरान मीडिया से कही।

उन्होंने कमलनाथ के मैं भी मर्यादा पुरुषोत्तम के पोस्टर और मुख्यमंत्री शिवराज को नालायक कहने को लेकर कहा कि इससे आदमी का चरित्र पता चलता है। मध्यप्रदेश की राजनीति में कभी भी इतने हल्के शब्दों का प्रयोग नहीं हुआ। जिस प्रकार से कमलनाथ जी ने अभी पिछले दिनों में किए हैं। इनसे उनका व्यक्तित्व और रचित्र दोनों पता चलता है।

दिग्वियज और कमलनाथ का चुन्नू-मुन्नू कहने पर कहा कि दाेनों ने 15 महीने साजिश के तहत प्रदेश को लूटा। उसके लिए तो सम्मानजनक शब्द यही है। पश्चिम बंगाल की स्थिति को लेकर कहा कि वहां पर तो कभी भी किसी भी भाजपा कार्यकर्ता के साथ कुछ भी हो सकता है। ममता जी को ऐसा लगता है कि वहां आ रही है। भाजपा टीएमसी के गुंडों के निशाने पर है।

कार्याकर्ताओं ने नाश्ता करते हुए चर्चा की।
कार्याकर्ताओं ने नाश्ता करते हुए चर्चा की।

सांवेर में विजयवर्गीय ने यह कहा था

कांग्रेस के नेताओं की हालत यह है कि ये दोनों चुन्नू-मुन्नू, दिग्विजय और कमलनाथ इतने कलाकार हैं कि जब विधानसभा के चुनाव हो रहे तो मैं भी सब दूर प्रचार कर रहा था। मैं भी देख रहा था हेलिकॉप्टर से कि चुन्नू और मुन्नू की सभा में कितनी भीड़ होती थी। कहीं 50 की और कहीं 100 की भीड़ होती थी। लोग आते ही नहीं थे इनकी सभा में।

इसके बाद इन्होंने सिंधिया जी को पकड़ा और अपना वचन पत्र थमा दिया। सिंधिया जी खानदानी आदमी। उन्होंने ने भी चुन्नू मुन्नू की बातों में आकर बाहें ऊंची कर कह दिया कि हां किसानों का 2 लाख तक का कर्ज माफ होगा। 8 दिन में हम माफ कर देंगे। 8 दिन निकले 15 दिन निकले, 8 महीने निकल गए।

सिंधिया जी ने कहा कमलनाथ जी आपने पूरे प्रदेश में मुझसे कहलवाया कि कर्ज माफ होगा। दूधवालों को बोनस मिलेगा। वे कहते अभी जल्दी में हूं, खजाने में पैसा नहीं है। चलो-चलो बाद में देखते हैं। ये चुन्नू-मुन्नू दोनों मुख्यमंत्री बन गए और प्रदेश में ट्रांसफर उद्योग शुरू कर दिया। एक ट्रांसफर कर रहा था, दूसरा नोट गिर रहा था।

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