उदय श्रीवास्तव की विशेष रिपोर्ट
उपचुनाव में नैया पार लगाने माता के दरबारो में नवरात्रि में होंगे अनुष्ठान और तंत्र मंत्र.... चंबल संभाग में मां पीतांबरा पीठ मालवा संभाग में मां बगलामुखी मंदिर में लगने लगी नेताओं की अर्जियां l भोपाल l एक बार फिर सत्ता के सिंहासन के लिए मध्यप्रदेश में 28 विधानसभा के उपचुनाव का बिगुल बज उठा है l चुनाव की सरगर्मी ने रफ्तार पकड़ ली है l सियासी दलों ने इस अति महत्वपूर्ण चुनाव के लिए चुनाव की बिसात बिछा ली है l सभी दलों मैं अपने चुनावी योद्धा मैदान में उतार चुके हैं l इन सभी सीटों के लिए मतदान 3 नवंबर को होने जा रहा है l शनिवार से नवरात्र शुरू होने जा रहे हैं l इस नवरात्र में चंबल संभाग में दतिया जिले में मां पीतांबरा पीठ है तो मालवा अंचल में नलखेड़ा आगर में मां बगलामुखी का मंदिर है, यह दोनों ही माताओं के मंदिर लोगों की मनोकामना को पूरा करने वाले बताए जाते हैं 17 अक्टूबर से नवरात्रि शुरू हो रहे हैं और इसी दिन से सभी पार्टियों के प्रत्याशियों के नाम बिल्कुल फाइनल सामने आ जाएंगे और चुनावी महासंग्राम अपने शबाब पर आने लगेगा कोरोना महामारी के बीच पहली बार मध्यप्रदेश में इतनी बड़ी संख्या में होने जा रहे उपचुनाव का खासा महत्व है क्योंकि इस उपचुनाव का परिणाम बताएगा कि आने वाले दिनों में मध्य प्रदेश में किस दल की सरकार रहेगी इसी के चलते मध्यप्रदेश में ग्वालियर चंबल संभाग में सबसे ज्यादा 16 विधानसभा के उपचुनाव क्षेत्रों में मतदान होने जा रहा है साथ ही मालवा अंचल में भी कई सीटों पर मतदान होगा अपनी अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए चंबल संभाग में दतिया में मां पीतांबरा का आशीर्वाद जिस प्रत्याशी को होगा उसकी जीत सुनिश्चित मानी जाएगी तो वही मालवा अंचल में नलखेड़ा मैं स्थित मां बगलामुखी जिसे अपना आशीर्वाद देंगी उसकी विजय श्री मान कर भाजपा और कांग्रेस नेता और प्रत्याशी मां के दरबार मैं अपनी अर्जी में लगाने पहुंचने वाले हैं मिली जानकारी के अनुसार इस बार कोरोना महामारी के चलते इन मंदिरों में अनुष्ठान कराने की मनाही है परंतु यहां पंडितों ने अन्य स्थान पर अनुष्ठान करने का हवाला देकर कई प्रत्याशियों और नेताओं से हवन अनुष्ठान और तंत्र मंत्र करने हेतु एडवांस बुकिंग कर ली है सूत्र बताते हैं कि नेता अपने दुश्मन पर विजय और उपचुनाव में जीत के लिए तंत्र मंत्र का खास तौर पर सहारा लेते आए हैं बताया जाता है कि नवरात्र के दौरान माता की इन दोनों मंदिरों में पूजा पाठ तंत्र मंत्र का खासा महत्व है नलखेड़ा स्थित मां बगलामुखी मंदिर के आसपास की संरचना देवी शक्ति के साक्षात होने को प्रमाणित करती है मंदिर के उत्तर दिशा में भैरव महाराज का स्थान और पूर्व में हनुमान प्रतिमा है मंदिर के पीछे नदी बहती है मंदिर के चारों दिशाओं में शमशान की मौजूदगी तंत्र क्रियाओं का आभास कराती है कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने तो 28 विधानसभा की सीटें जीत ने अपने चुनाव प्रचार का अभियान भी यहीं से इसी माता के मंदिर से किया है मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार गिरने से पहले भाजपा के कुछ बड़े नेताओं ने भी यहां पूजन किया था जिसमें उन्हें सफलता मिली थी इसी प्रकार ग्वालियर चंबल इलाके की 16 सीटों के लिए दतिया की माता पितांबरा पीठ दरबार में भी नेताओं की अपनी-अपनी जीत के लिए अर्जी लगाना शुरु हो गई है यहां भी हवन पूजा पाठ तंत्र साधना का खाता महत्त्व है अब मध्यप्रदेश में किस दल की सरकार होगी इस उपचुनाव का काउंटडाउन शुरू हो गया है बीजेपी हो या कांग्रेस दोनों ही दलों के नेता यही मानते हैं कि जीत का आशीर्वाद उन्हें इसी मंदिर में दर्शन पूजन के बाद ही मिलेगा बताया जाता है कि इन दोनों सिद्ध मंदिरों में चुनाव में टिकट पक्की करने भी कई नेताओं ने अनुष्ठान कर आए थे
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