15 अक्टूबर से लागू हाे रहे अनलॉक 5.0 के तहत सरकारी व निजी स्कूलाें में 9वीं से 12वीं तक के छात्रों के लिए दाे घंटे की अवधि का सिर्फ मार्गदर्शन सत्र ही चलेगा। शहर के सभी सरकारी एवं ज्यादातर निजी स्कूलाें के संचालकाें ने इस मामले में अपना रुख साफ कर दिया है। उनका यह तर्क है कि इस बारे में शासन के निर्देशाें का इंतजार है। अभी काेराेना पीक पर है, इसलिए जाेखिम नहीं लिया जा सकता।
जिला शिक्षा अधिकारी नितिन सक्सेना का कहना है कि जब तक अनलाॅक 5.0 काे लेकर शासन के स्पष्ट निर्देश नहीं मिलते, तब तक स्कूलाें में दाे घंटे की अवधि का मार्गदर्शन सत्र ही जारी रहेगा। इसमें भी पहले से जारी एसओपी का पूरा पालन किया जा रहा है। इधर, एसाेसिएशन ऑफ अनएडेड प्राइवेट स्कूल्स के उपाध्यक्ष विनीराज माेदी, सदस्य बीएस यादव, साेसायटी फॉर प्राइवेट स्कूल डायरेक्टर्स के प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. आशीष चटर्जी का तर्क है कि इस बारे में अब तक राज्य शासन के काेई निर्देश नहीं मिले हैं। अभी एसओपी के तय मापदंडाें के आधार पर स्कूलाें में दाे घंटे का डाउट क्लीयरिंग सेशन ही जारी रहेगा।
अभी यह है व्यवस्था
एक हफ्ते में 2 या 3 बार कक्षावार विद्यार्थियाें काे बुलाया जा रहा है। जिन विषयाें काे लेकर विद्यार्थियाें काे पढ़ाई में कठिनाई आ रही है, उन्हीं विषयाें के शिक्षक स्कूल पहुंच रहे हैं। अभिभावकाें की लिखित सहमति के बाद ही स्टूडेंट्स काे स्कूलाें में प्रवेश दिया जा रहा है।
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