Friday, 25th July 2025

UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2020 आज:कोरोना गाइडलाइंस के साथ पूरी हुई UPSC प्रिलिम्स परीक्षा, देशभर के 2,569 केंद्रों पर हुआ एग्जाम; पेपर को लेकर कैंडिडेट्स ने दी मिलीजुली प्रतिक्रिया

Mon, Oct 5, 2020 5:16 PM

यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) की सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा का रविवार, 4 अक्टूबर को देशभर में सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। परीक्षा दो शिफ्ट में आयोजित की गई। पहली शिफ्ट सुबह 9:30 बजे से 11ः30 बजे तक चली। जिसके बाद दूसरी शिफ्ट दोपहर 2:30 बजे से शाम 4:30 बजे जारी रही।

कॉन्शेप्चुअल रहा पेपर-1

UPSC प्रिलिम्स 2020 के पेपर- 1 में शामिल होने वाले कैंडिडेट्स को पेपर थोड़ा 'टाईम टेकिंग' लगा। कुछ कैंडिडेट्स के मुताबिक पेपर 1 कॉन्शेप्चुअल 'ज्यादा था। वहीं, कुछ कैंडिडेट्स ने जनरल स्टडी के पेपर को कठिन माना तो, वहीं कई उम्मीदवारों ने इसे तैयारी के अनुरूप पाया।

 
 

2,569 केंद्रों पर आयोजित होगी परीक्षा

देश के विभिन्न शहरों में 2,569 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की गई। पहले सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा-2020, 31 मई को होनी थी, लेकिन कोरोना महामारी के चलते आयोग ने इसे स्थगित कर इसकी नई तारीख 4 अक्टूबर तय की। कोरोना काल में आयोजित हो रही परीक्षा के दौरान कैंडिडेट्स कोरोना से बचाव के लिए UPSC की तरफ से जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते नजर आए।

परीक्षा के लिए परिवहन की भी सुविधा

परीक्षा के मद्देनजर कैबिनेट सचिव और UPSC सचिव ने सभी मुख्य सचिवों को निर्देश दिए थे कि कैंडिडेट्स को 3 और 4 अक्टूबर को परिवहन की उचित सुविधा मुहैया कराई जाए, ताकि उन्हें परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में कोई दिक्कत न हो। इसी क्रम में रेलवे ने भी देश भर में कई स्पेशल ट्रेनें चलाने का भी फैसला लिया।

UPSC हर साल भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय विदेश सेवा (IFS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के लिए अधिकारियों का चयन करने के लिए तीन चरणों में प्रारंभिक, मुख्य और इंटरव्यू सिविल सेवा परीक्षा आयोजित कराती है।

सुप्रीम कोर्ट ने परीक्षा स्थगित करने से किया इंकार

परीक्षा को लेकर जारी विरोध के बीच सुप्रीम कोर्ट ने सिविल सेवा (प्रिलिम्स) परीक्षा 2020 को स्थगित करने की याचिका पर फैसला सुनाते हुए कहा था कि 4 अक्टूबर को होने वाली ये परीक्षाएं कोविड महामारी के कारण नहीं टाली जा सकतीं। कोर्ट ने केंद्र सरकार को इस बात पर विचार करने को कहा है कि ऐसे कैंडिडेट़्स को एक और मौका दिया जा सकता है, जिनके पास अपना आखिरी अटेम्प्ट बचा है और जो कोरोना के कारण परीक्षा में नहीं बैठ पाएंगे।

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