कांग्रेस सरकार कहती थी कि खजाना खाली है। पैसे नहीं हैं। अब चिंता मत करो। अब भरपूर पैसा देंगे। चंबल का पानी अगर मुरैना की जनता नहीं पिएगी तो प्रदेश की सरकार का सत्ता में रहना बेकार है। इसलिए हमने उपचुनाव से पहले इस प्रोजेक्ट के लिए 287.57 करोड़ की राशि स्वीकृत की। हो सकता है कि जब तक प्रोजेक्ट पूरा हो यह राशि और बढ़ जाए लेकिन हम इसका इंतजाम करेंगे। यह बात प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को रेस्ट हाउस परिसर में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्य अतिथि के रूप में कही। वे 287.57 करोडड़ से चंबल से मुरैना शहर तक पानी लाने की परियोजना के शिलान्यास समारोह में बोल रहे थे।
समारोह में अतिथि के रूप में मौजूद केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि भाजपा ने जो कहा, वो किया। हमने तो इस प्रोजेक्ट को वर्ष 2017 में ही वाइल्ड लाइफ से एनओसी दिला दी थी लेकिन कमलनाथ सरकार ने इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया। शहरवासियों की पानी की किल्लत को देखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस प्रोजेक्ट के लिए 287 करोड़ की राशि जारी की है। पूर्व विधायक रघुराज कंषाना ने इस मौके पर कहा कि हमने मुख्यमंत्री के सामने 12 सितंबर को चंबल वाटर प्रोजेक्ट की मांग रखी, उन्होंने तत्काल इसे स्वीकृत किया। इससे जाहिर होता है कि जनता का हित केवल भाजपा ही कर सकती है।
इस मौके पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, पूर्वमंत्री रुस्तम सिंह, राज्यमंत्री गिर्राज डंडौतिया, जिला पंचायत समन्वयक समिति की अध्यक्ष गीता हर्षाना, भाजपा जिलाध्यक्ष योगेशपाल गुप्ता, पूर्वमंत्री मुंशीलाल, चंबल कमिश्नर आरके मिश्रा, पुलिस महानिरीक्षक मनोज शर्मा, कलेक्टर अनुराग वर्मा, पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया, नगर निगम कमिश्नर अमरसत्य गुप्ता, समाजसेवी हमीर सिंह पटेल, केदार सिंह, सिंधिया समर्थक हरिओम शर्मा सहित गणमान्य नागरिक तथा बड़ी संख्या में शहरी लोग उपस्थित थे।
मंच पर सभी के चेहरे पर मास्क, आधे कार्यकर्ता बिना मास्क के
रेस्ट हाउस परिसर में हुए शिलान्यास समारोह में मंच पर मौजूद अतिथिगण जहां मास्क लगाए हुए दिखे, लेकिन मंच से नीचे बैठे भाजपा कार्यकर्ताओं में से 50 प्रतिशत बिना मास्क के ही नजर आए। जबकि खुद पीएम मोदी, सीएम शिवराज सिंह चौहान गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा द्वारा मास्क न लगाए जाने के बयान के बाद इसकी आलोचना कर चुके हैं।
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