लॉकडाउन के साथ 24 मार्च को बंद हुए शहर के धर्मस्थलों के दरवाजे मंगलवार को प्रशासन के आदेशानुसार खोल दिए गए। कोरोना से बचाव के लिए सभी जगह व्यवस्था की गई। भक्तों की जांच करने के बाद ही प्रवेश दिया गया। भक्तों को ज्यादा देर रुककर दर्शन नहीं करने दिए। उन्होंने कोरोना से मुक्ति की मन्नत की।
रणजीत हनुमान के दर पर संकट से मुक्ति की प्रार्थना
रणजीत हनुमान मंदिर में भीड़ नियंत्रित करने के लिए मुख्य द्वार नहीं खोला गया। सिर्फ द्रविड़ नगर की ओर बने गेट से ही एंट्री दी गई। मुख्य द्वार के बाहर वॉश एरिया बनाया है। पं. दीपेश व्यास ने बताया कि भक्तों की थर्मल स्कैनिंग मशीन से जांच की फिर सैनिटाइज कराया। सामाजिक दूरी के साथ दर्शन करवाए गए।
गुरुद्वारा दो बार सैनिटाइजेशन जांच के बाद ही मिला प्रवेश
गुरुद्वारों को सुबह-शाम सैनिटाइज किया जा रहा है। गुरु सिंघ सभा अध्यक्ष मनजीतसिंह भाटिया ने बताया सोशल डिस्टेंसिंग के साथ लोग मत्था टेक कर लौट रहे हैं।
चर्च छह-छह फीट पर गोले बनाए, बेंच पर दूरी से बैठेंगे
बिशप चाको के मुताबिक चर्च में भी छह-छह फीट के गोले बनाए जाएंगे। मास्क पहनना अनिवार्य होगा। प्रवेश द्वार पर सैनिटाइजर की भी व्यवस्था रखी जाएगी।
मस्जिद दूरी बनाकर नमाज पढ़ी, कर्बला में जियारत करने पहुंचे
शहर काजी डॉ. इशरत अली ने कहा मस्जिदों में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ नमाज अदा की। सभी से मास्क लगाने की अपील की। कर्बला में लोगों ने जियारत की।
मंदिरों में बदली व्यवस्था आने-जाने के अलग रास्ते
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