लॉकडाउन के तीसरे दिन राजधानी में गुरुवार को कोरोना के 410 नए केस मिले। प्रदेश में 2272 संक्रमित हुए हैं। रायपुर में 6 समेत धमतरी के आईएमए अध्यक्ष डॉक्टर के अलावा 10 मरीजों की मौत भी हुई है। प्रदेश में कोरोना से चौथे डॉक्टर की मौत है। इसके पहले धमतरी, बीजापुर व कसडोल के डॉक्टर्स की मौत हो चुकी है। नए केस के बाद प्रदेश में पॉजिटिव केस की संख्या 95,625 हो गई है। जबकि एक्टिव केस 36,038 है। 58,833 लोग इलाज के बाद स्वस्थ हो चुके हैं। दूसरी ओर रायपुर में मरीजों की संख्या 30 हजार पार कर 30,306 हो गई है। अब तक प्रदेश में 753 लोगों की जान गई है, जिसमें 361 रायपुर के हैं। बुधवार को एक डीएसपी की मौत एम्स में हो गई थी। वहीं एम्स में चेस्ट विभाग के एचओडी व कोरोना वार्ड के प्रभारी और चंदखुरी में सीआरपीएऊ कैम्प में 20 पॉजिटिव आए हैं।
एम्स में चेस्ट विभाग के एचओडी व कोरोना वार्ड के प्रभारी भी कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं। एम्स, अंबेडकर अस्पताल के अलावा निजी अस्पतालों के डॉक्टर, नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ लगातार संक्रमित हो रहे हैं। बुधवार को 40,522 रिपोर्ट में 2,434 पॉजिटिव केस थे। इस हिसाब से जांच कराने वाला हर 17वां व्यक्ति कोरोना संक्रमित मिला। यह राहत वाली बात इसलिए है क्योंकि इससे पहले जांच कराने वाले हर सातवां और आठवां व्यक्ति संक्रमित मिल रहा था। अगर ज्यादा सैंपलों की जांच के बाद पॉजिटिव केस कम मिलना राहत भरा है। विशेषज्ञों के अनुसार यही ट्रेंड लगातार रहने स्थिति स्पष्ट होगी कि केस कम हो रहे हैं या नहीं? विशेषज्ञों के अनुसार अगस्त व सितंबर काफी भारी पड़ा है। सितंबर का आखिरी सप्ताह चल रहा है और केस कम होने की पूरी संभावना है। रायपुर के अलावा दुर्ग, राजनांदगांव, बिलासपुर रायगढ़ के अलावा अब दूसरे जिलों में लगातार केस बढ़ रहे हैं। हालांकि पिछले 3 दिनों से केस कुछ कम हुए हैं। इसमें कम सैंपल की जांच भी एक बड़ा कारण है। लगातार गंभीर केस बढ़ने के बाद स्वास्थ्य विभाग लोगों से लक्षण दिखते ही तत्काल जांच कराने की अपील कर रहा है। इसके बावजूद लोगों में जांच के प्रति डर बना हुआ है। ज्यादातर लोग अभी भी वायरल लोड बढ़ जाने के बाद अस्पताल पहुंच रहे हैं। ऐसी स्थिति में उनके इलाज में दिक्कत आती है।
ऑक्सीजन प्लांट के लिए 9 अस्पतालों को 16.5 करोड़ का फंड, बढ़ेंगे 500 बेड
सांस लेने में तकलीफ वाले कोरोना के गंभीर मरीजों को प्रदेश के मेडिकल कालेजों और बड़े जिला अस्पतालों में 500 बेड जल्दी बढ़ें, इसके लिए शासन ने आनन-फानन में 16.5 करोड़ जारी कर दिए हैं। राजधानी के अंबेडकर, सिम्स बिलासपुर, राजनांदगांव, रायगढ़, अंबिकापुर और जगदलपुर मेडिकल काॅलेज अस्पतालों को 2-2 करोड़ दिए गए हैं। प्रस्तावित नए मेडिकल काॅलेजों महासमुंद, कांकेर और कोरबा को 1.5-1.5 करोड़ दिए गए हैं। एनएचएम ने अस्पतालों को टेंडर और प्लांट स्थापित करने की प्रक्रिया पूरी करने को कहा है।
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