अंबाह में रहने वाले शिक्षक मुन्नालाल ओझा का शव गुरुवार की सुबह 10 बजे सेंथरा बढ़ई के स्कूल में फांसी के फंदे पर लटका मिला। शिक्षक के सुसाइड की सूचना पाकर भीड़ स्कूल पर इकट्ठी हो गई और लोगों ने पुलिस कार्रवाई में व्यवधान पैदा कर दिया। पुलिस बमुश्किल पांच घंटे बाद शव को फंदे से उतार पाई। शिक्षक की शर्ट पर एक सुसाइड नोट चिपका मिला। इस सुसाइड नोट में भिंड के चार लोगों के नाम लिखे हैं और उन्ही को मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है। अंबाह पुलिस यह जांच कर रही है कि शिक्षक ने आत्मघाती कदम क्यों उठाया। जानकारी के मुताबिक, अंबाह कस्बा में पोरसा रोड पर पेट्रोल पंप के पास रहने वाले शिक्षक मुन्नालाल ओझा गुरुवार की सुबह 8.15 बजे घर से यह कहकर निकले कि वह स्कूल ड्यूटी पर जा रहे हैं।
स्वभाव से सीधे होने के कारण परिवार के किसी सदस्य ने मुन्नालाल से यह नहीं पूछा कि वह जल्द स्कूल क्यों जा रहे हैं। घर से निकलने के बाद शिक्षक ने बाजार से एक प्लास्टिक की रस्सी खरीदी और उसे थैले में रखकर सेंथरा बढ़ई स्कूल पहुंच गए। समय से पहले स्कूल पहुंचने के कारण मुन्नालाल, स्थानीय शिक्षक रामप्रकाश सखवार के घर से पहुंचे और बोले कि उन्हें कुछ लिखा-प़ढ़ी का काम निपटाना है इसलिए स्कूल की चाबी दे दो। रामप्रकाश से चाबी लेकर मुन्नालाल स्कूल आए और उन्होंने आनन-फानन में फांसी का फंदा बनाकर उसे रैलिंग पर कसा और खुद उस पर झूल गए। शिक्षक रामप्रकाश सुबह 10 बजे स्कूल पहुंचे तो मुन्नालाल फंदे पर लटके मिले।
भानेज दामाद व उसके बेटों पर मारपीट व धमकाने का आरोप
शिक्षक मुन्नालाल के सुसाइड करने के मामले में तथ्य सामने आए हैं कि भिंड की मधुपुरी कॉलोनी के रहने वाले शैलेन्द्र ओझा की शादी पूर्व प्राचार्य मदनलाल ओझा की बेटी गीता से हुई है। शैलेन्द्र व गीता, मदनलाल ओझा की मौत के बाद अंबाह में उनकी प्रॉपर्टी को हड़पना चाहते हैं। इसके लिए वह मदनलाल की पत्नी व मुन्नालाल की बहन रामवती की हत्या तक पर आमादा हैं। इससे रामवती सहमी हुई है और वह पुलिस के पास पहुंचकर रिपोर्ट करने की स्थिति में नहीं है। बहनोई की मौत के बाद शिक्षक मुन्नालाल भी अंदर से टूट गया और भानेज दामाद की धमकी से घबरा गया। मुन्नालाल ने अंतिम सांस तक यह कहा है कि भिंड के चारों आरोपी उसकी बहन की हत्या कर प्लॉट को बेचना चाहते हैं। और उसे भी अपनी जान-माल का खतरा है।
भानेज दामाद ने अंबाह आकर पीटा, रिवॉल्वर से उड़ाने की धमकी दी
सहायक शिक्षक मुन्नालाल ओझा की शर्ट पर हाथ से लिखा एक सुसाइड नोट मिला। फंदे पर झूलने से पहले शिक्षक ने भिंड की मधुपुरी कॉलोनी में रहने वाले भानेज दामाद शैलेन्द्र ओझा, उनके बेटे वीरू, ईशु ओझा व भानेज गीता ओझा पर आरोप लगाया है कि 21 सितंबर को उक्त चार आरोपियों ने अंबाह आकर उसकी मारपीट की और धमकी दी कि बहन रामवती ओझा का प्लॉट बिकने से रोका तो उसे रिवॉल्वर की गोली से मौत के घाट उतार देंगे। इसके बाद से लगातार दो दिन तक उक्त आरोपियों की धमकी से घबराकर वह फांसी लगाने को मजबूर हो रहा है। सुसाइड नोट में शिक्षक ने लिखा है कि आरोपीगण के दबाव में उसकी बहन रामवती सच को सच व गलत को गलत कहने को तैयार नहीं है। आरोपी बहन की हत्या कर उसकी प्रॉपर्टी को हड़पना चाहते हैं। आरोपियों ने उसके बहनोई मदनलाल ओझा के इलाज के नाम पर बहन से 25 लाख रुपए हड़प लिए और बहनोई को मरवा दिया।
धमकी देने वालों से मृतक का बेटा भी डरा-सहमा
मृतक शिक्षक मुन्नालाल ओझा का बेटा राहुल भी आरोपीगणों की दबंगई से डरा व सहमा हुआ है। राहुल से जब दैनिक भास्कर ने बातचीत की तो वह पिता की मौत से जुड़े कारणों का खुलासा करने से कतरा रहा था। राहुल का कहना है कि सुसाइड नोट में जो लिखा है वही सच है इसके अलावा उसे कुछ मालूम नहीं। पिताजी उससे किसी विषय पर कोई चर्चा नहीं करते थे।
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