राजधानी में कोरोना के एक्टिव यानी अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या 10 हजार के पार हो गई है। बुधवार को रायपुर में 748 समेत प्रदेश में 2437 कोरोना के नए मरीज मिले हैं। 10 मौतें भी हुईं, जिनमें 8 रायपुर के हैं। प्रदेश में पॉजिटिव केस 93353 और एक्टिव केस 35850 है। अस्पतालों से डिस्चार्ज व होम आइसोलेशन के बाद 56 हजार से ज्यादा मरीज ठीक हो चुके हैं। रायपुर में एक्टिव 10324 है। प्रदेश में कोरोना से मरने वालों की संख्या 729 हो गई है, जिसमें 347 रायपुर के हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि लॉकडाउन का असर तत्काल नहीं होगा। लॉकडाउन खत्म होने के कुछ समय बाद मरीजों की संख्या में कुछ कमी आ सकती है, लेकिन यह भी अस्थायी होगा। रायपुर में दो-तीन दिन तक कम मरीज मिलने के बाद मंगलवार को एक हजार के करीब मरीज मिले थे। विशेषज्ञों का कहना है कि लोगों के घरों में रहने के कारण संक्रमितों से दूसरों में संक्रमण कम फैलेगा। लेकिन जो सर्दी, खांसी व बुखार से पीड़ित है, उन्हें कोरोना टेस्ट जरूर कराना होगा। पुलिस के डर से घर में रहना उचित नहीं है। ऐसे में वायरल लोड बढ़ सकता है, जो स्वास्थ्य की दृष्टि से खतरनाक है।
फ्लू का सीजन, इसलिए जांच में देर कर रहे लोग
डॉक्टरों का कहना है कि लोग सामान्य फ्लू समझ कर सैंपल देने व इलाज में कोताही बरत रहे हैं। इस कारण वायरल लोड बढ़ने के कारण उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही है। प्रदेश में 30 से 35 फ़ीसदी से ज्यादा मरीज लक्षण वाले आ रहे हैं, जो पहले महज 10 फीसदी थे। समय पर जांच व इलाज कराने से कोरोना का खतरा काफी हद तक टल जाता है। इसलिए जांच समय पर जरूर करवाएं। कोरोना जांच सरकारी अस्पतालों में फ्री है। निजी अस्पताल शुल्क ले रहे हैं। अब कोरोना की रिपोर्ट के लिए चक्कर लगाने की भी जरूरत नहीं है। स्वास्थ्य विभाग के पोर्टल से ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं।
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