कोरोना संक्रमण के बीच रोजगार देने के लिए मनरेगा में नए काम खोजे जा रहे हैं। इसी कड़ी में हरे चारे की कटाई को भी मनरेगा से जोड़ने के निर्देश दिए गए हैं ताकि लोगों को रोजगार मिले साथ ही गौठानों में पर्याप्त मात्रा में चारे की उपलब्धता हो सके। वहीं हाथी और मनुष्य के बीच द्वंद को रोकने के लिए हाथियों को मित्र बनाने की पहल शुरु की जाएगी।
सीएम भूपेश बघेल की अध्यक्षता में हुई कैंपा शासी निकाय की बैठक में कई अहम निर्णय लिए गए। सीएम बघेल ने कहा कि वनांचल में लोगों को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराने के लिए आवर्ती चराई योजना और वन अधिकार अधिनियम के तहत मनरेगा में काम दिए जाएं। 4400 गौठानों का निर्माण पूरा हो गया है, जहां मवेशी डे-केयर में रखे जा रहे हैं। यहां बड़ी मात्रा में चारे की आवश्यकता होगी। इसे ध्यान में रखते हुए अभी सितंबर और अक्टूबर माह में हरे चारे की कटाई कार्य कराया जाए। उन्होंने कहा कि सभी वन मंडलों में कुछ केन्द्रों में हरा चारा के गठ्ठर बना कर भंडारित किया जाए और इन केन्द्रों की जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध करायी जाए, जिससे गौठान समितियां और निजी क्षेत्र के पशुपालक अपनी आवश्यकता अनुसार चारा निर्धारित दर पर क्रय कर सकें। उन्होंने हरे चारे के विक्रय की दर भी निर्धारित करने के निर्देश दिए। कई गौठानों में बड़ी मात्रा में गोबर एकत्र हो गया है। इससे वर्मी कम्पोस्ट के साथ-साथ गोबर के कंडे और गौकाष्ठ जैसे उत्पाद तैयार किए जा सकते हैं। कैम्पा मद से बड़े तालाबों के निर्माण करने के निर्देश दिए। उन्होंने वन्य प्राणियों के रहवास सुधार के अंतर्गत चारागाह विकास, फलदार वृक्षारोपण तथा वन क्षेत्रों में जल संरचनाओं के विकास पर विशेष जोर दिया। इस दौरान राजकीय पशु वन भैंसा, राजकीय पक्षी बस्तर मैना, बारहसिंगा, लकड़बग्गा, सोनकुत्ता, गिद्ध आदि के संरक्षण तथा संवर्धन के संबंध में चर्चा की गई। राज्य में शेरों की संख्या में वृद्धि और पक्षियों के भी रहवास सुधार के लिए विस्तृत कार्ययोजना बनाने के संबंध में चर्चा हुई। बैठक में अरपा नदी पुनरूद्धार योजना पर प्रस्तुतिकरण दिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अरपा नदी के उद्गम पेण्ड्रा से शिवनाथ नदी में मिलने तक के मार्ग में नरवा ट्रीटमेंट का कार्य किया जाए, जिससे अरपा में प्राकृतिक रूप से सालभर जल का प्रवाह बना रहे। नरवा योजना के अंतर्गत भू-जल संरक्षण एवं संवर्धन के कार्यो की समीक्षा की। बैठक में वनमंत्री मोहम्मद अकबक, सीएस आरपी मंडल, एसीएस सुब्रत साहू,मनोज पिंगुआ, राकेश चतुर्वेदी,व्ही श्रीनिवास राव उपस्थित थे।
सत्यसाईं ने अपनी सेवा से नई पहचान दी: बघेल
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नवा रायपुर स्थित श्री सत्यसाईं संजीवनी हॉस्पिटल प्रबंधन के काम-काज की सराहना की है। सीएम ने कहा कि इस हॉस्पिटल ने मानव सेवा का उच्चतम मापदण्ड स्थापित किया है। संजीवनी हॉस्पिटल प्रबंधन में हृदयरोग से पीड़ित नन्हे-मुन्हे बच्चों को नया जीवनदान देकर छत्तीसगढ़ का गौरव बढ़ाया है। छत्तीसगढ़ की पहचान हिन्दुस्तान के दिल के रूप में की और यहां बच्चों के दिल के निःशुल्क ऑपरेशन का हॉस्पिटल स्थापित कर छत्तीसगढ़ राज्य को भी मानव सेवा के इस महान कार्य में भागीदारी निभाने का सुअवसर दिया है।
केरल में 6 हजार हाथी फिर भी वहां द्वंद नहीं
सीएम ने कहा कि हाथी के रहवास क्षेत्रों में पर्याप्त भोजन- पानी की व्यवस्था हो, जिससे हाथी-मानव द्वन्द पर नियंत्रण पाया जा सके। इसके लिए जन-जागरूकता अभियान चलाए जाए। केरल में लगभग 6000 हाथी हैं, वहां यदा-कदा ही हाथी-मानव द्वन्द की स्थिति निर्मित होती है।
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