छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कोरोना संक्रमण के बढ़ते लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने सभी स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मचारियों की छुटि्टयों को निरस्त कर दिया है। साथ ही अक्टूबर तक उनके छुट्टी लेने और मुख्यालय छोड़ने पर भी रोक लगा दी गई है। इस संबंध में कलेक्टर ने आदेश जारी कर दिया है।
आदेश में कहा गया है कि बहुत जरूरी काम होने पर ही कलेक्टर से अनुमति के बाद ही छुट्टी ले सकेंगे। हालांकि इसके लिए कारण सहित कार्यालय प्रमुख की अनुशंसा भी जरूरी होगी। आदेश में यह भी कहा गया है कि कोविड रोकथाम और उपचार के लिए शॉट नोटिस पर भी ड्यूटी पर बुलाया जा सकता है।
इंसिडेंट कमांडर से उपस्थिति पत्रक के बिना नहीं मिलेगा वेतन
वहीं कलेक्टर के आदेश पर जिला शिक्षा अधिकारी ने 70 से अधिक शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। बताया जा रहा है कि इन शिक्षकों की क्वारैंटाइन सेंटर और कोविड में ड्यूटी लगाई गई थी, लेकिन ये वहां गायब थे। साथ ही यह भी कहा गया है कि इंसिडेंट कमांडर से उपस्थिति पत्रक लिए बिना कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया जाएगा।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर भी हो सकेगी कोरोना की जांच
कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी कोरोना जांच कराने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए रोज 22 हजार सैंपल कलेक्शन का लक्ष्य रखा है। इस संबंध में सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारियों को परिपत्र जारी किया गया है। सभी पीएचसी में रैपिड एंटी जन किट से जांच के भी निर्देश दिए हैं।
रायपुर में रोज 2440 सैंपल कलेक्शन और जांच का लक्ष्य
जिला | सैंपल कलेक्शन का लक्ष्य | जिला | सैंपल कलेक्शन का लक्ष्य |
रायपुर | 2440 | कोंडागांव | 605 |
गरियाबंद | 500 | दंतेवाड़ा | 590 |
धमतरी | 630 | सुकमा | 490 |
महासमुंद | 630 | नारायणपुर | 480 |
कबीरधाम | 630 | बीजापुर | 410 |
बालोद | 630 | सूरजपुर | 530 |
दुर्ग | 1510 | बलरामपुर | 530 |
बेमेतरा | 580 | कोरिया | 570 |
बलौदाबाजार-भाटापारा | 670 | गौरेला-पेंड्रा-मरवाही | 350 |
रायगढ़ | 280 | मुंगेली | 600 |
कोरबा | 970 | कांकेर | 605 |
जांजगीर-चांपा | 970 | बिलासपुर | 1540 |
जशपुर | 500 | राजनांदगांव | 1340 |
बस्तर | 605 | सरगुजा | 940 |
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने मुख्यमंत्री बघेल को लिखा पत्र
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर स्मार्ट कार्ड योजना शुरू करने और आयुष्मान भारत योजना शुरू किए जाने की मांग की है। साय ने अपने पत्र में लिखा है कि पूर्ववर्ती सरकार की महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं से जुड़ी योजनाओं पर रोक लगा दी गई है, जो इस कोरोना संकट में जनता को बड़ी राहत दे सकती है।
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