कोरोना जांच का दायरा बढ़ाने के लिए महारानी अस्पताल समेत संभाग के सभी जिलों में ट्रूनॉट मशीन मुहैया करवाई गई है। महारानी अस्पताल में बुधवार से इस मशीन से जांच की शुरूआत की जाएगी। इसके लिए आवश्यक तैयारी कर ली गई है। मशीन इंस्टालेशन उपरांत ट्रायल किया जा चुका है। आइडी भी हासिल हो गया है। जांच के बढ़ते दबाव के चलते स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी जिला अस्पतालों में ट्रू नॉट मशीन मुहैया करवाया है। महारानी अस्पताल में कोविड- 19 के मानकों के अनुरूप जांच के लिए मशीन के इंस्टालेशन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। इसका ट्रायल भी सफल रहा। कोरोना जांच के लिए अनुमति भी मिल गई है। बुधवार से विधिवत जांच की शुरूआत की जाएगी। इस मशीन से जांच के बाद लोगों को एक से डेढ़ घंटे के अंदर रिपोर्ट मिल जाएगी।
लैब प्रभारी डॉ केके नाग और डॉ डीएस भदौरिया ने बताया कि ट्रू-नॉट मशीन के इंस्टालेशन की प्रक्रिया के बाद ट्रायल सफल रहा। रायपुर से जांच करने के लिए अनुमति भी प्राप्त हो गई है। लैब में जिला हॉस्पिटल के एक डाक्टर, दो लैब टेक्नीशियन व एक डाटा एंट्री ऑपरेटर को इस जांच के लिए प्रशिक्षण दिया गया है। उन्होंने बताया कि ट्रू-नाट की चार मशीनें आई हैं।
एक दिन में लगभग 40 मरीजों की जांच की जा सकेगी। विशेषज्ञों के अनुसार टीबी के मरीज को कोरोना वायरस तथा कोरोना संक्रमित मरीज को टीबी होने की पूरी आशंका रहती है इसलिए इस मशीन से कोरोना के अलावा टीबी की जांच भी की जा सकेगी। जांच शुरू होने के बाद सैम्पल मेकाज भेजने का झंझट खत्म हो जाएगा। यहां फीवर क्लीनिक में प्रतिदिन 40 से 50 लोग जांच कराने पहुंच रहे हैं। मेकाज में वर्तमान में आरटीपीसीआर जांच की जा रही है, जहां संभाग के सात जिलों समेत राज्य के अन्य स्थानों से भी सैंपल भेजे जा रहे हैं।
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