Monday, 26th May 2025

डेथ की डेटा फिक्सिंग:कोविड अस्पताल में 7 दिन में 70 की मौत, डॉक्टर मौत स्वीकार कर रहे कोरोना नहीं, एमटीएच अस्पताल में 1 से 7 सितंबर तक कोरोना से सिर्फ 6 मौत ही दर्ज की गई हैं

Wed, Sep 9, 2020 5:05 PM

  • एक बार रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद, निगेटिव आ गई तो दर्ज नहीं
  • रिपोर्ट आने से पहले ही मौत हो गई, इसलिए रिकॉर्ड पर नहीं आई
  • मरीज को इतनी देर से लाया गया कि सैंपल लेने से पहले मौत हो गई
  • 15000 मार्च से जुलाई के 130 दिन में जितने मरीज मिले
 

एमटीएच कोविड अस्पताल में 1 सितंबर से अब तक 70 से ज्यादा मरीजों की मौत हो चुकी हैं, लेकिन रिकॉर्ड पर ये कहीं दर्ज नहीं है। डॉक्टर मौत तो स्वीकार रहे हैं, लेकिन कोरोना को इनकी वजह मानने को तैयार नहीं हैं। स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के मुताबिक एमटीएच अस्पताल में कोरोना से मात्र 6 मौत ही सात दिनों में हुई है। सोमवार को जब एक दिन में 14 मौत का मामला सामने आया तो डॉक्टरों ने रिकाॅर्ड चेक कराया। इसी में इन 70 मौत का खुलासा हुआ। आसपास के जिलों से आए मरीजों की भी 16-17 मौत ही दर्ज है।

क्यों दर्ज नहीं हो पा रही ये मौतें
मरीजों में कोरोना की पुष्टि आरटीपीसीआर जांच में होती है। आसपास के जिलों में इसकी सुविधा ही नहीं है। मरीज को तभी रैफर किया जाता है, जब उसे सांस लेने में तकलीफ होती है। इंदौर आने और भर्ती होने में बहुत समय बर्बाद हो रहा है। उनके सैंपल तक नहीं लिए जा रहे हैं। जिन मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव आ जाए, उनकी मौत भी कोविड से नहीं मानी जा रही।

मरीज देर से आ रहे हैं-डॉक्टर
डॉक्टरों का कहना है कि मरने वाले 80 फीसदी मरीज नॉन-कोविड हैं। 50 प्रतिशत मरीज ऐसे थे जिनकी एक-दो दिन में ही मौत हो गई। 15 प्रतिशत अस्पताल आने के तीन से छह घंटे में ही चल बसे।

 

तीन किस्से जो बताते हैं, क्यों रिकॉर्ड पर नहीं आ पा रही ये मौत

सैंपल तक नहीं लिया जा सका
खरगोन के भीकनगांव से 33 वर्षीय युवक को कोरोना के लक्षण के कारण 4 सितंबर को एमटीएच अस्पताल लाया गया। 5 सितंबर को मौत हो गई। इस मरीज का सैंपल तक नहीं लिया जा सका, ताकि पता चल सके कि उसे कोरोना हुआ भी था या नहीं?

मौत के बाद आई रिपोर्ट
65 वर्षीय गणपत वर्मा काे निमोनिया के कारण एमटीएच अस्पताल में भर्ती किया गया। सात दिन पहले बुखार भी आया था। डॉक्टर ने कोविड जांच कराने के लिए कहा। हालत बिगड़ने पर भर्ती किया। तीसरे दिन जांच रिपोर्ट आने के पहले ही मरीज की माैत हो गई।

नर्स की मौत ही दर्ज नहीं की
एमजीएम मेडिकल कॉलेज में पदस्थ नर्स की एमटीएच में ड्यूटी चल रही थी। जांच करवाई तो कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। दूसरी रिपोर्ट निगेटिव आई। 3 सितंबर को उनकी मौत हो गई। पांच दिन बाद भी कोविड मृतकों की सूची में उनका नाम नहीं आया।

287 नए मरीज, पांच मौत; जज भी संक्रमित
मंगलवार को शहर में 287 नए मरीज मिले, जबकि पांच लोगों ने दम तोड़ दिया। 2550 सैंपल की जांच में 2247 निगेटिव मिले। एक्टिव मरीजों की संख्या 4301 हो गई है। अब तक कुल 15452 मरीज हो चुके हैं। संक्रमितों में जिला कोर्ट के एक जज भी हैं।

प्रदेश में दूसरे दिन 1800 से ज्यादा केस
प्रदेश में लगातार दूसरे दिन मंगलवार को 1800 से ज्यादा नए केस मिले। मंगलवार को मिले 1864 को मिलाकर प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या 77,323 हो गई है।

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