कोरोना संक्रमित व संदिग्धों की देखभाल के लिए हर जिले में कमांड कंट्रोल रूम बनेंगे। यहां से होम आइसोलेशन व होम क्वारेंटाइन वाले हर व्यक्ति की निगरानी होगी। दिन में कम-से-कम दो बार उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली जाएगी। यह निर्देश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना की स्थिति की समीक्षा करते हुए दिए।
उन्होंने निजी अस्पतालों में इलाज कराने वालों के लिए निर्देश दिए कि अधिकारी देखें कि वहां प्रोटोकॉल का पालन हो और वे मनमानी फीस न वसूले। प्राइवेट हॉस्पिटल के पास सभी संसाधन और मेडिकल सुविधा उपलब्ध हों।
उन्होंने कलेक्टरों को निर्देश दिए कि वे अपने क्षेत्र में प्राइवेट हॉस्पिटल के साथ समन्वय कर कोरोना के इलाज के संबंध में उनके पास उपलब्ध संसाधनों और मेडिकल सुविधाओं की जानकारी प्राप्त लें। बैठक में बताया गया कि कोरोना के एक्टिव प्रकरणों में तुलनात्मक रूप से मप्र देश में 17वें स्थान पर आ गया है। वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव प्रकरणों की संख्या 14 हजार 337 है।
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