Monday, 26th May 2025

टीबी-कोविड स्क्रीनिंग:अब हर कोरोना मरीज में टीबी के संक्रमण की भी होगी जांच; 60 टीमें बनीं, आज से शुरू होगी ट्रेनिंग

Thu, Sep 3, 2020 1:49 PM

  • केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की नई गाइडलाइन पर प्रदेश में अमल की तैयारियां शुरू
  • अध्ययन... टीबी संक्रमितों में कोराेना का खतरा दोगुना से अधिक
 

अब हर कोरोना पॉजिटिव मरीज की टीवी संक्रमण (तपेदिक) की भी जांच की जाएगी। इसी तरह हर टीबी मरीज का कोरोना टेस्ट करना अनिवार्य होगा। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की नई गाइडलाइन के बाद प्रदेश में इस पर अमल की तैयारियां शुरू हो गई हैं। एक सप्ताह के अंदर प्रदेशभर में द्विआयामी टीबी-कोविड स्क्रीनिंग शुरू होने की संभावना है।

केंद्र ने देशभर के अस्पतालों को बाय-डायमेंशनल टीवी-कोविड स्क्रीनिंग की गाइडलाइन जारी की है। इसमें सभी आईएलआई (इन्फ्लूएंजा लाइक इलनेस) और एसएआरआई (सीवियर एक्यूट रेस्पायरेटरी इन्फेक्शन) पेशेंट की भी टीवी स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी गाइडलाइन में कहा गया है कि टीबी (तपेदिक) और कोविड-19 दोनों ही ऐसे संक्रामक रोग हैं, जो सबसे पहले फेफड़ों पर हमला करते हैं, दोनों ही बीमरियों के लक्षण एक जैसे यानी खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ होना है।

हालांकि टीबी के संक्रमण के बाद बीमारी काफी धीमी गति से विकसित होती है, वही कोविड-19 में बीमारी तेजी से विकसित होती है। अभी तक के कई अध्ययनों में यह सामने आया है कि कोविड रोगियों में टीबी का प्रसार 0.37 से 4.47 फीसदी पाया गया है। कोरोना महामारी के कारण पिछले साल की तुलना में इस साल जनवरी से जून 2020 के बीच टीबी रोगियों की संख्या में 26 फीसदी की कमी आई है।

अध्ययन... टीबी संक्रमितों में कोराेना का खतरा दोगुना से अधिक
ताजा अध्ययनों के बाद यह पता चला है कि टीबी का सक्रिय (एक्टिव) और छिपा हुआ संक्रमण (लेटेंट) हिस्ट्री सार्स-कोविड बीमारी के लिए सर्वाधिक जोखिमकारक है। इससे कोविड संक्रमण की संवेदनशीलता काफी बढ़ जाती है और तेजी से गंभीर लक्षणों के साथ बीमारी उभरकर सामने आती है। टीबी से संक्रमित लोगों को कोविड-19 बीमारी होने का खतरा दोगुना से अधिक पाया गया है। इस जोखिम की स्थिति से निपटने के लिए द्विआयामी टीबी-कोविड जांच प्रक्रिया अपनाया जाना जरूरी हो गया है।

ये हैं टीबी के 4 प्रमुख लक्षण
1. दो हफ्ते से अधिक समय से खांसी
2. दो हफ्ते से बुखार आना
3. तेजी से शरीर का वजन घटना
4. रात में सोते वक्त पसीना आना

ऐसे होती है टीबी जांच- छाती का एक्स-रे व न्यूक्लियर एसिड एम्पलिफिकेशन टेस्ट (एनएएटी) सीबी-नाट और ट्रू-नाट पद्धति से होता है। वर्तमान में कोरोना की जांच भी इन दोनों पद्धतियों से की जा रही है।

शहर में एंटीबॉडी सीरो सर्वे जल्द
कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रति आम जनता में रोग प्रतिरोधक क्षमता (हर्ड इम्युनिटी) जांचने के लिए भोपाल में जल्द एंटीबॉडी सीरो सर्वे शुरू होगा। सर्वे के लिए 60 दल बनाए गए हैं, जिनकी ट्रेनिंग गुरुवार से शुरू होगी। कलेक्टर अविनाश लवानिया के मुताबिक शहर के सभी 85 वार्डों में सर्वे के लिए 60 हेल्थ टीमें बनाई गई हैं। कुल 7500 लोगों की रैंडम सैंपलिंग की जाएगी।

यह सर्वे राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र नई दिल्ली और हमीदिया अस्पताल के संयुक्त समन्वय में होगा। सर्वे में लगाई जाने वाली हर हेल्थ टीम के साथ नगर निगम का एक वार्ड प्रभारी, एक पुलिस जवान, एक टेक्नीशियन और एक हेल्पर रहेगा। हेल्थ टीम के साथ समन्वय के लिए बीडीए के सीईओ बुद्धेश वैद्य और निगम के अपर आयुक्त एमपी सिंह को समन्वय की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

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