राजधानी में आज से जेईई मेन्स एग्जाम शुरू हो गए हैं। यहां अयोध्या बाइपास स्थित परीक्षा केंद्र तक छात्र बड़ी मुश्किलों से एग्जाम देने पहुंचे। पहली बार छात्रों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराके गेट से एंट्री कराई गई। वहीं, कोविड-19 से बचाव के लिए राज्य सरकार की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का पालन किया गया। छात्रों ने हैंड सैनिटाइज किया। फिर उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की गई। अभिभावकों का कहना था कि सरकार की तरफ से कोई मदद नहीं मिल सकी। अभिभावकों को खुद ही बच्चों को लेकर सेंटर तक पहुंचाना पड़ा।
यह व्यवस्था की गई
एग्जाम आज से 6 सितंबर तक ऑनलाइन मोड पर होगा। कोविड-19 के चलते इस बार परीक्षा दो शिफ्टों में 6 दिन तक होगी। राजधानी में परीक्षा के लिए चार सेंटर बनाए गए हैं।हर शिफ्ट में 240 स्टूडेंट्स ही परीक्षा दे सकते हैं। भोपाल से इस बार करीब 7 हजार छात्र शामिल हो रहे हैं। इनमें से करीब 2500 छात्र आसपास के शहरों के हैं। प्रशासन ने भोपाल में परीक्षा केंद्रों पर आसपास के जिलों से आने वाले परीक्षार्थियों के लिए सात स्थानों पर परिवहन की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। गांधीनगर, आनंद नगर, रातीबड़, मिसरोद, बैरागढ़ के शासकीय स्कूल, भानपुर हाई स्कूल और हलालपुर बस स्टैंड लालघाटी पर वाहन सुविधा उपलब्ध रहेगी। शहर के परीक्षार्थी परिवहन संबंधी असुविधा होने पर 9301408132 पर संपर्क कर सकते हैं।
अभिभावक खुद ही पहुंचे बच्चों को लेकर
अभिभावकों ने आरोप लगाए कि सरकार ने सिर्फ घोषणा की है। सुविधा कुछ नहीं दी। कई बार कॉल करने के बाद भी फोन नहीं लगा तो खुद ही अपने इंतजाम करके बच्चों को सेंटर पर लाना पड़ा। इधर, अभिभावकों को सेंटर के परिसर तक में जाने की अनुमति नहीं दी गई। सभी को कैंपस के बाहर ही रोक दिया गया। इसको को लेकर भी लोगों ने काफी नाराजगी जाहिर की। उनका कहना था कि जब हमें ही सब करना था, तो वायदे क्यों किए। सिर्फ दिखावे के लिए परिवहन की सुविधा दी गई।
एक नजर में
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