Tuesday, 15th July 2025

पहल:नए-पुराने शहर में अब 500 और कैमरे 24 पैनिक बटन, दबाते ही पुलिस एलर्ट

Mon, Aug 31, 2020 5:16 PM

  • कोरोना की वजह से सड़कों पर अब ज्यादा सूनापन, आउटर पर फोकस ज्यादा
 

कोरोना काल से पहले स्मार्ट सिटी और पुलिस ने शहर पर निगरानी और ट्रैफिक कंट्रोल को ध्यान में रखते हुए घने इलाकों, व्यस्त सड़क-चौराहों पर कैमरे लगाए थे, लेकिन अब जरूरत कुछ बदल रही है। कोरोना संकट से शहर की सड़कों पर तो ट्रैफिक कम हुआ ही है, आउटर ही नहीं बल्कि घने शहर की सड़कें पर अंधेरा घिरने के बाद जल्दी सूनी होने लगी हैं।

इस वजह से मौजूदा राजधानी और नवा रायपुर में अलग-अलग एजेंसियों ने ऐसी सड़कों पर फोकस किया है, जहां अभी तक कैमरों की जरूरत महसूस नहीं की गई थी। यही नहीं, शहर में कोरोना के सूनेपन और छोटी-मोटी लूट की वारदातों को ध्यान में रखते हुए पहली बार 24 खंभों पर पैनिक बटन भी लगाए जाएंगे। कोई व्यक्ति इस बटन को दबाएगा तो पुलिस को पता चल जाएगा कि वह कहां है और वहीं लगे कैमरे से लाइव दिखने लगेगा कि व्यक्ति किस तरह के संकट में है। यह राजधानी में पहली बार होगा।

जहां तक मौजूदा शहर का सवाल है, स्मार्ट सिटी दूसरे चरण में 66 चौक-चौराहों पर 245 कैमरे लगाने जा रही है। लेकिन इस बार फोकस आउटर इलाकों पर है। उन सड़कों पर कैमरे लगाए जाने लगे हैं, जो दूसरे शहर से आती हैं, यानी राजधानी का एंट्री प्वाइंट हैं। यही नहीं, आउटर में जहां अपराध ज्यादा हो रहे हैं, वहां भी कैमरे लग रहे हैं।

इनमें गोल चौक डीडी नगर, महादेवघाट पुल के दोनों ओर, सरोना चौक, कबीर नगर, गोंदवारा रोड, खम्हारडीह चौक, अमलीडीह, भनपुरी और विधानसभा रोड शामिल हैहं। इनमें से 47 जगह कैमरे लग गए हैं। उनका ट्रायल चल रहा है और कुछ दिन में सर्वर से जोड़ दिए जाएंगे। 19 जगह पर कैमरे के लिए पोल लगे हैं, बिजली कनेक्शन किया जा रहा है।

पूरा शहर कैमरों की जद में

आईटीएमएस के तहत राजधानी के कोर इलाके में अभी 60 चौक-चौराहों पर 260 से ज्यादा कैमरे लगे हैं। इनकी मॉनिटरिंग कंट्रोल रूम यानी दक्ष सेंटर से की जा रही है। दूसरे चरण में जगह कैमरे लगाने से लगभग पूरा शहर और आउटर कैमरों की जद में आ जाएगा।

खंभों पर होंगे पैनिक बटन

कैमरे के साथ शहर के दो दर्जन जगह पैनिक बटन खंभों पर लगाए जाएंगे। उनका उद्देश्य ये है कि किसी इमरजेंसी पर भी अगर कोई व्यक्ति कंट्रोल रूम को काॅल नहीं कर पा रहा है तो वह पैनिक बटन दबा सकता है। बटन दबाते हुए पुलिस और स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम में बैठे कर्मचारी संबंधित व्यक्ति को लाइव देख सकेंगे और मदद कर पाएंगे।

स्मार्ट सिटी को कैमरे जल्द लगाने के लिए कहा है, क्योंकि यह पुलिस के लिए काफी फायदेमंद होगा। इससे अपराधियों तक जल्द पहुंचेंगे।
अजय यादव, एसएसपी रायपुर

नवा रायपुर में 225 किमी सड़क पर बढ़ेंगे कैमरे

नवा रायपुर की सूनी सड़कों पर कुछ वारदातों को ध्यान में रखते हुए स्मार्ट सिटी ने वहां की 225 किमी प्रमुख सड़कों को कैमरे की जद में लाने की तैयारी शुरू कर दी है। दरअसल कुछ दिन पहले ही नवा रायपुर में लूट की वारदात हुई है। राज्योत्सव मैदान से लगी सड़क पर भी बदमाशों ने के पास वाले रोड पर लूट की घटना हुई, लेकिन फुटेज नहीं मिले। इंजीनियर से जिस जगह लूट हुई, वहां भी कैमरा नहीं लगा है। इसीलिए नवा रायपुर विकास प्राधिकरण (एनआरडीए) ने कैमरे लगाने की कवायद तेज की है।

दरअसल नवा रायपुर में पहले चरण में 168 कैमरे लगाए जाने थे। इससे काफी बड़ा हिस्सा कवर हो जाता। लेकिन कैमरे कुछ सड़कों पर ही लगे, बाकी में नहीं क्योंकि बजट की दिक्कत आ गई थी। इसी शहर में देश का संभवत: पहला हाईटेक इंट्रीग्रेटेड कमांड एण्ड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) लगाया गया था।

तब दावा किया गया था कि इससे पूरे शहर की यूटिलिटी से लेकर सिक्योरिटी तक की सारी सुविधाएं कंट्रोल होंगी। लेकिन कैमरे ही नहीं है, इसलिए यह सेंटर सुरक्षा के मामले में अब तक उपयोगी साबित नहीं हुआ है। अब स्मार्ट सिटी का बजट है, इसलिए दो से ढाई सौ कैमरे लगाने के प्लान पर काम शुरू किया गया है। एनअारडीए के चीफ इंजीनियर सलिल श्रीवास्तव का कहना है कि जो कैमरे लगे हैं, वह सही काम कर रहे हैं। फिर भी, अगर कुछ कैमरे खराब होंगे तो उन्हें बदलेंगे और नए भी लगाएंगे।

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