छत्तीसगढ़ के रायपुर में कोरोनाकाल के दौरान एक टायर शोरूम के मालिक को ऑफिस नहीं जाना भारी पड़ गया। उसकी गैरमौजूदगी में शोरूम मैनेजर ने हेराफेरी कर 50 लाख रुपए के टायर बेच दिए। सिविल लाइन थाना पुलिस ने टायर खरीदने वाले एक आरोपी को सराईपाली से गिरफ्तार किया है। उसके पास से 26 लाख रुपए के ट्रक के टायर बरामद हुए हैं। मुख्य आरोपी अभी फरार है।
जानकारी के मुताबिक, टैगोर नगर के अंशय सहगल का सिविल लाइन क्षेत्र में मेसर्स सहगल नाम से टायर का कारोबार है। उसने रिंग रोड उरला में गोदाम बना रखा है। कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के चलते अंशय तीन-चार महीने से ऑफिस नहीं जा रहे थे। तीन दिन पहले जब वह अपने गोदाम पहुंचे और रिकार्ड चेक किया तो पता चला कि 50 लाख रुपए कीमत के 385 नग ट्रक के टायर गायब हैं।
पांच साल से मैनेजर का काम कर रहा था मुख्य आरोपी
अंशय के शोरूम में बलौदाबाजार निवासी कमल कुमार निराला 5 साल से मैनेजर था। वही साारा कारोबार देख रहा था। अंशय ने उससे टायरों के बारे में पूछा तो वह पहले तो गोलमोल जवाब देता रहा और फिर चिठ्ठी लिखकर भाग निकला। इसके बाद अंशय ने सिविल लाइन थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी। पुलिस ने जांच शुरू की तो सराईपाली निवासी भोले अग्रवाल (55) के बारे में पता चला।
चोरी के टायर खरीदता था, गोदाम से हुए बरामद
इसके बाद पुलिस ने भोले अग्रवाल के घर में दबिश देकर उसे पकड़ लिया। पूछताछ में आरोपी ने लॉकडाउन के दौरान कमल से टायर खरीदने की बात स्वीकार कर ली। पुलिस ने उसके गोदाम से चोरी के 145 नग ट्रक के टायर जब्त किए हैं। इनकी कीमत करीब 26 लाख रुपए बताई जा रही है। वहीं फरार हुए मुख्य आरोपी कमल कुमार निराला की पुलिस तलाश कर रही है।
Comment Now