बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम ने भाेपाल समेत मप्र काे फिर बारिश से तर कर दिया। भाेपाल में शुक्रवार काे रात 11:30 बजे तक आधा इंच से ज्यादा बारिश हुई। गुरुवार आधी रात के बाद से शुक्रवार सुबह तक डेढ़ इंच से ज्यादा पानी बरस चुका था। इस तरह गुरुवार रात से शुक्रवार रात तक दाे इंच से ज्यादा बारिश हाे चुकी थी। इसे मिलाकर यहां अब बारिश का अांकड़ा 40 इंच पहुंच गया है। राजधानी में सीजन की सामान्य बारिश 43.64 इंच मानी जाती है। शुक्रवार रात तक 40 इंच बारिश हाे चुकी है। काेटा पूरा हाेने के लिए अब सिर्फ 3.46 इंच बारिश की जरुरत है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक ए के शुक्ला का कहना है कि सामान्य बारिश हो चुकी हैं, क्योंकि तय मापदंड के अनुसार 19 फीसदी से कम या ज्यादा को सामान्य ही माना जाता है। उधर, काेलांस नदी भी शुक्रवार रात तक साढ़े पांच फीट पर बह रही थी। इससे बड़े तालाब का जलस्तर फुल टैंक लेवल 1666.80 फीट पहुंचने के बाद भदभदा डैम का एक गेट खाेल दिया गया। गुरुवार देर रात कलियासाेत डैम के तीन गेट खाेले गए थे। शुक्रवार सुबह इन्हें बंद कर दिया था, लेकिन शाम काे गेट दोबारा खाेल दिए गए।
भाेपाल में आज भी बारिश के आसार, कई जिलों में रेड अलर्ट
माैसम वैज्ञानिक एवं ड्यूटी एसएन साहू ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बना लाे प्रेशर एरिया वेल मार्क लाे यानी अति कम दबाव के क्षेत्र के रूप में बदलकर ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़ हाेता हुअा मप्र के पूर्वी हिस्से में पहुंच गया। इसका असर भाेपाल समेत मप्र के पश्चिमी हिस्से में भी हुअा। सिस्टम के कारण पूर्वी मप्र के नरसिंहपुर, जबलपुर, सागर, छिंदवाड़ा, बैतूल, बालाघाट, सिवनी में अच्छी बारिश हुई। साहू ने बताया कि शनिवार काे भी भाेपाल में तेज बारिश हो सकती है। हाेशंगाबाद नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, बालघाट, सिवनी, बैतूल जिलाें में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है।
धूप निकलना जरूरी, नहीं तो सोयाबीन खत्म
अब ज्यादा बारिश हाेने से धान काे ताे नहीं, लेकिन साेयाबीन समेत दलहनी फसलाें के लिए नुकसानदायक हाेगी। पाैधाें में फल्लियां लगने लगी हैं। ज्यादा नमी हाेने से पाैधाे की परिपक्वता की अवधि बढ़ जाएगी। कीटाें का प्रकाेप तेजी से हाे रहा है, धूप निकलना बेहद जरूरी है।
-याेगेश द्विवेदी, सीईओ, सेंट्रल इंडिया फार्मर्स कंसाेर्सियम
नरसिंहपुर में 12 इंच; नर्मदा खतरे के निशान से एक फीट कम
नरसिंहपुर... प्रदेश में सबसे ज्यादा 12 इंच बारिश दर्ज की गई। नदी-नालों का पानी कॉलोनियों में घुसा।
होशंगाबाद... रात 12 बजे नर्मदा का जलस्तर 963 फीट पर। खतरे के निशान से सिर्फ एक फीट कम।
छिंदवाड़ा... 2.7 इंच बारिश, नदियों का पानी सड़कों पर आने से सभी रास्ते बंद। वाहनों की लंबी कतार लगी।
छतरपुर : धसान नदी उफनी
छतरपुर| जोरदार बारिश के कारण धसान नदी उफान पर है। हरपालपुर क्षेत्र के पहाड़ी बांध के 100 फीसदी भर जाने पर उसके सभी 19 गेट खोल दिए गए हैं। वहीं लहचूरा बांध के 17 में से 7 गेट खोले गए।
खरगोन: ओंकारेश्वर के 21 गेट खोले
बड़वाह (खरगोन)| ओंकारेश्वर बांध के 23 में से 21 गेट खोले दिए गए हैं। इस कारण नर्मदा के जल घाट पर स्थित साई मंदिर तक पानी पहुंच गया है। नर्मदा तट से सटे पंचायत क्षेत्रों में अलर्ट जारी कर पुलिस, गोताखोर व नाविकों को मुस्तैद रखा गया है।
रायसेन : 40 लोग शिफ्ट किए
रायसेन | बारना पुल पर पानी आने से जयपुर-जबलपुर मार्ग बंद हो गया। बरेली में निचली बस्तियों में पानी भरने से 40 लोगों को स्कूल में शिफ्ट किया गया। विदिशा में बीना और बावना नदी उफान पर हैं। हैदरगढ़ में कई घरों में पानी भर गया।
छिंदवाड़ा : आसपास के रास्ते बंद रहे
छिंदवाड़ा| छिंदवाड़ा-नागपुर मार्ग पर गहरानाला उफान पर होने से रोड बंद रहा। नरसिंहपुर मार्ग पर सिंगोड़ी के समीप बने पेंच नदी के पुल के ऊपर पानी जाने के बाद इस मार्ग का भी संपर्क जिले से टूट गया। छतरपुर के आसपास के सभी रास्ते बंद रहे।
कई बांधों के गेट खोलना पड़े
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