छत्तीसगढ़ के रायपुर में ऑनलाइन ठगी करने के नए-नए मामले सामने आ रहे हैं। अब एक शातिर ने फाइनेंस कंपनी को ही चपत लगा दी। खुद को पावर ग्रिड कारपोरेशन में इंजीनियर बताया और फर्जी डॉक्यूमेंट से 12 लाख रुपए लोन लेकर भाग निकला। सिविल लाइन थाना पुलिस ने शुक्रवार शाम आरोपी को लखनऊ से गिरफ्तार किया है।
जानकारी के मुताबिक, अक्टूबर 2019 में दीपक तिवारी उर्फ सिद्धार्थ तिवारी उर्फ अंकुर तिवारी ने बजाज फाइनेंस में पर्सनल लोन के लिए ऑनलाइन आवेदन किया। आरोपी ने इसमें खुद को पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया में इंजीनियर बताया। साथ ही वेतन 89909 रुपए होने की जानकारी दी। डॉक्यूमेंट में पे-स्लिप और आधार कार्ड भी लगाया।
पहली किश्त के बाद नहीं जमा किए रुपए
कंपनी ने आरोपी को 12.35 लाख रुपए का लोन स्वीकृत कर दिया। प्रोसेसिंग फीस काटकर 11.75 लाख रुपए से ज्यादा आरोपी के खाते में ट्रांसफर भी कर दिए। इसके बाद आरोपी ने पहली किश्त 23407 रुपए जमा किए। फिर 6 माह तक किश्त नहीं दी और मेल का जवाब भी नहीं दिया। इस पर कंपनी ने आरोपी के दस्तावेज की तस्दीक कराई तो वह फर्जी निकले।
दर्ज कराई गई एफआईआर
इसके बाद बजाज फाइनेंस कंपनी की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ सिविल लाइन थाना पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया। जांच के दौरान आरोपी दीपक उर्फ सिद्धार्थ की लोकेशन लखनऊ में ट्रेस हुई। पुलिस टीम वहां पहुंची और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उसे कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर रायपुर लेकर आई।
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