राजधानी में बुधवार की आधी रात से हो रही बारिश की झड़ी ने कोरोना मरीजों की संख्या कम कर दी है। राजधानी में 493 व प्रदेश में 1438 कोरोना के नए मरीज मिले हैं। हालांकि डाक्टरों का यह भी कहना है कि बारिश के कारण राजधानी में गुरुवार को एंटीजन टेस्ट औसतन 900 के मुकाबले आधे ही हो पाए, इसलिए मरीज कम मिले हैं। सीएम भूपेश बघेल के सलाहकार राजेश तिवारी व महासमुंद एसपी प्रफुल्ल ठाकुर कोरोना संक्रमित हो गए हैं। अंबेडकर अस्पताल के सर्जरी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर, मेट्रेन, ओटी अटेंडेंट पॉजिटिव आए हैं। मौतों के मामले में गुरुवार को बढ़ाेत्तरी हुई। रायपुर में 10, महासमुंद, रायगढ़, बिलासपुर व ओडिशा के एक-एक समेत प्रदेश में 14 कोरोना पीड़ितों ने दम तोड़ा। अब तक प्रदेश में कोरोना से 246 लोगों की जान जा चुकी है। मरीजों की संख्या 25 हजार का आंकड़ा पार करती हुई 25988 पर पहुंच गई। लेकिन अब भी अस्पतालों और कोविड सेंटरों में 11136 लोग भर्ती हैंं। जबकि 14607 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। 5 लाख 33 हजार 691 सैंपलों की जांच की जा चुकी है। रायपुर सीएमएचओ दफ्तर के अनुसार गुरुवार को दिनभर बारिश केे कारण कोरोना सैंपलिंग सेंटरों में लोग कम पहुंचे। रायपुर में गुरुवार को लगभग 500 एंटीजन टेस्ट हुुए जिसमें 200 पाजिटिव पाए गए। बाकी रिपोर्ट आरटीपीसीआर व ट्रू नॉट मशीन की होती है। अधिकारियों का कहना है कि ऐसा पहली बार हुआ कि बारिश के कारण कम लोग सैंपल देने के लिए घर से निकले। कम पॉजिटिव आने का कतई यह मतलब नहीं है कि रायपुर या प्रदेश में संक्रमण कम होने लगा है, या आने वाले दिन में मरीज कम होंगे। डाक्टरों के मुताबिक प्रदेश के आधे से ज्यादा रायपुर में मिल रहे हैं। सिर्फ राजधानी में ही मरीजों की संख्या 9116 पहुंच गई है, जबकि एक्टिव केस भी 4392 है। राहत की बात यह है कि राजधानी में शदाणी दरबार, मंगलबाजार, भाठागांव, आमापारा, रामकुंठ, बिरगांव से मरीज आना कम हो गया है। अब दूसरे मोहल्लों व पाॅश कॉलोनियों में संक्रमण फैल रहा है।
यहां मिले नए मरीज
दुर्ग से 186, रायगढ़ से 55, राजनांदगांव से 53, बिलासपुर से 51, सरगुजा से 50, बस्तर से 47, बलौदाबाजार से 38, कांकेर से 34, दंतेवाड़ा से 28, महासमुंद से 24, सूरजपुर से 22, बीजापुर से 20, कोरिया से 19, सुकमा से 17, मुंगेली से 16, जांजगीर-चांपा से 15, धमतरी से 14, कवर्धा से 11, बलरामपुर से 6, बालोद, जशपुर व नारायणपुर से 5-5, कोंडागांव से 3, अन्य राज्य से 2, गरियाबंद व कोरबा से एक-एक मरीज मिले हैं।
सैंपलिंग में अफसरों ने भी दिए गलत नंबर
राजधानी ही नहीं, प्रदेश में आला अफसरों से लेकर आम लोग सैंपलिंग के दौरान घर का अधूरा पता और मोबाइल नंबर भी गलत लिखवा रहे हैं। इससे सरकारी अमले को मरीजों से संपर्क करने में परेशानी हो रही है। एक अनुमान के अनुसार प्रदेश में 100 से ज्यादा ऐसे मरीज हैं, जिनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग उनसे संपर्क नहीं कर सका है। एक आला अफसर ने अपने मोबाइल नंबर की जगह स्टाफ का मोबाइल नंबर लिखवा दिया। कई लोग अपनी पहचान छिपाने के लिए पता में केवल रायपुर लिखवा रहे हैं। उम्र भी गलत बता रहे हैं।
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