मप्र में 10 हजार करोड़ रुपए से पांच नई सड़क परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। केंद्रीय सड़क एवं बुनियादी ढांचा निधि (सीआईआरएफ) से भी जनप्रतिनिधियों के प्रस्तावित 700 करोड़ रुपए के कामों को स्वीकृति दी गई है। भोपाल में 374 करोड़ रुपए की लागत से लालघाटी से मुबारकपुर तक आरओबी सहित 6 और 4 लेन चौड़ीकरण और 305 करोड़ रुपए से भोपाल-सांची तक दो लेन के काम का लोकार्पण हुआ है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से प्रदेश में कुल 11427 करोड़ रुपए से 1361 किमी की 45 सड़क परियोजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण कार्यक्रम में सहमति दी। कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान भी शामिल हुए। गडकरी ने कहा कि प्रदेश में सड़क की जरूरतों को केंद्र सरकार पूरा करेगी। प्रदेश में हस्तशिल्प विकास और पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं। यहां के प्रोजेक्ट मंजूर करने में देरी नहीं होगी। उन्होंंने 10 हजार करोड़ रु. के राष्ट्रीय मार्ग उज्जैन-झालावाड, सागरटोला-कबीर चबूतरा, बुदनी-रेहटी-नसरुल्लागंज, इंदौर-सनावद-बारेगांव और बोरगांव-बुरहानपुर-अकोला को स्वीकृति दी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क निर्माण कार्यों की कुछ डीपीआर तैयार की जा रही हैं, जिन्हें जल्द मंजूरी मिलेगी।
मप्र को 2855 करोड़ रुपए की राशि सीआईआरएफ में प्रदान की गई है। उन्होंने सीएम से कहा कि सीआरआईएफ के मामले में अधिकारियों की बातों पर मत आएं। जनप्रतिनिधियों के प्रस्ताव भेजें, उसे जल्द मंजूरी दी जाएगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारतमाला योजना के तहत 358 किमी लंबे चंबल अटल प्रोग्रेस-वे के लिए सभी प्रक्रिया जल्द पूरी की जाएगी। यह एक्सप्रेस-वे मप्र में 309 किमी, उप्र में 17 किमी और राजस्थान में 32 किमी का होगा। दिल्ली-मुंबई कॉरीडोर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह विश्व का सर्वाधिक लंबाई का एक्सप्रेस हाईवे होगा।। एक लाख करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली सड़क से दिल्ली से मुंबई 12 घंटे में पहुंचना संभव होगा। वर्ष 2023 के पूर्व इसे बनाने का लक्ष्य है। मप्र में यह हाईवे 244 किमी रहेगा। सड़कों का महत्व बताते हुए गडकरी ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जान एफ कैनेडी का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि कैनेडी कहते थे कि अमेरिका की प्रोग्रेस के कारण अच्छी सड़कें नहीं बनीं, अच्छी सड़कों के कारण अमेरिका की प्रोग्रेस हुई। अच्छी सड़कों से ही देश की प्रगति होगी। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में कहा कि प्रदेश में जलीय परिवहन के संबंध में विचार किया जा रहा है। ओंकारेश्वर और इंदिरा सागर जलाशयों के पर्यटन संबंधी उपयोग के साथ ही एमएसएमई सेक्टर में नईगतिविधियों का रोडमैप बनाया गया है। प्रदेश के 329 किमी के आठ मार्गों में से दो नसरुल्लागंज-रेहटी-बुदनी और सागरटोला-कबीर चबूतरा मंजूर हो गए हैं, शेष 6 सड़कों के लिए भूमि उपलब्ध है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से जीरापुरा-पिछोर, भोजापुरा-ढोलखेड़ी, कुरवाई-मुंगावली-चंदेरी, जीरापुर-सुसनेर, पवई-चंदिया, बमीठा-खजुराहो के लिए मंजूरी का आग्रह किया। राम वन गमन पथ के लिए भी केंद्र सरकार से सहयोग की अपेक्षा है। वर्तमान में इस मार्ग के एक हिस्से मैहर-सतना-चित्रकूट की 121 किमी की स्वीकृति मिली है। नर्मदा एक्सप्रेस-वे के संबंध में अलाइनमेंट और भूमि के सर्वे के लिए एजेंसी निर्धारित की जा चुकी है।उन्होंने वन टाइम इनवेस्टमेंट पॉलिसी के तहत 278 किमी के 182 करोड़ रुपए के 65 सड़क निर्माण कार्यों के लिए आग्रह भी किया। कार्यक्रम को केन्द्रीय कृषि मंत्रीनरेन्द्र सिंह तोमर, केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गेहलोत ने भी संबोधित किया।
ये बनेगी पांच नई सड़कें
1. उज्जैन-झालावाड़ 2. सागरटोला-कबीर चबूतरा 3. बुदनी-रेहटी-नसरुल्लागंज 4. इंदौर-सनावद-बारेगांव 5. बोरगांव-बुरहानपुर-अकोला
इनका लोकार्पण हुआ
इनका हुआ शिलान्यास
हरदा-बैतूल चार लेन मार्ग का चौड़ीकरण
कटनी बायपास चार लेन चौड़ीकरण
हरदा-बैतूल चार लेन चौड़ीकरण
इन्दौर-हरदा- चार लेन चौड़ीकरण
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