प्रदेश में पिछले एक हफ्ते से जारी भारी बारिश का सिलसिला शुक्रवार को भी थमा नहीं है। बस्तर में लगातार बारिश से मुसीबत बढ़ने लगी है। लोग एक स्थान से दूसरे स्थान जा नहीं पा रहे है। प्रशासन ने खतरे को देखते हुए नाव पर भी प्रतिबंध लगाया है। प्रदेश में अब तक हुई बारिश औसत से 61 प्रतिशत अधिक हो चुकी है। बीजापुर में पिछले सप्ताहभर में 407 मिमी वर्षा हो चुकी है। इस जिले के बीजापुर, उसूर और भोपालपटनम समेत सभी तहसीलों में भारी बारिश से हालात नाजुक है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि शनिवार को भी बस्तर के कई हिस्से में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक 1 जून से 21 अगस्त तक बीजापुर में 1960.6 मिमी पानी बरस चुका है। पिछले 10 साल के औसत रिकार्ड के अनुसार इस दौरान 1216.7 मिमी बारिश होनी चाहिए। बीजापुर जिले के चारों तहसील में समान रूप से भारी बारिश हो रही है। अब तक हुई बारिश जिले की सालभर (जनवरी से दिसंबर) की औसत बारिश (1867.3 मिमी) से ज्यादा है। पिछले 24 घंटे के दौरान जिले के भैरमगढ़ में 130, बीजापुर में 91, उसूर में 86 तथा भोपालपट्टनम में 83 मिमी पानी गिरा। राज्य में सबसे ज्यादा नारायणपुर के ओरछा में 178 मिमी और कोंडागांव में 174 मिमी पानी बरस गया। राज्य के 18 अन्य जगहों पर 100 मिमी से ज्यादा पानी बरस गया। इनमें लोहंडीगुड़ा में 144, दरभा में 113, तोकापाल में 102, बास्तानार में 143, बस्तर में 126, बकावंड में 155, फरसगांव में 124, माकड़ी में 166, दंतेवाड़ा में 130, कटेकल्याण में 107, कोंटा में 118, भानुप्रतापपुर में 137, चारामा में 103, पखांजूर में 112, बलोदा में 103, कोरबा में 114, नारायणपुर में 105 तथा सरायपाली में 106 मिमी बारिश हो गई। साथ ही नगरी में 65, डौंडी में 80, गुरूर में 68, कवर्धा में 90, छुरिया में 77, मोहला में 66, बिलासपुर में 95, तखतपुर में 86, जयजयपुर में 65, बड़ेराजपुर में 65, कुआकोंडा में 75, गीदम में 89, बड़ेबचेली में 92, छिंदगढ़ में 89, कांकेर में 94, दुर्गकोंदल में 97 तथा नहरहरपुर में 96 मिमी पानी गिरा। राज्य के 50 से ज्यादा सेंटरो में हल्की से मध्यम बारिश भी हुई। शुक्रवार को दिन में राज्य के ज्यादातर जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश और कहीं-कहीं पर बूंदाबांदी हुई।
बस्तर में आज भी भारी बारिश के आसार
लालपुर मौसम केंद्र के मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा के अनुसार शुक्रवार को ओडिशा से झारखंड तक कम दबाव का एक क्षेत्र कल से बना हुआ है। सात ही बीकानेर, अजमेर, गुना, जबलपुर, पेंड्रा रोड तक एक मानसून द्रोणिका है। एक पूर्व-पश्चिम शियर जोन 22 डिग्री उत्तर में है। इस वजह से 22 अगस्त को प्रदेश में कई जगह हल्की से मध्यम वर्षा होने या गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। दक्षिण बस्तर में एक-दो जगह भारी वर्षा हो सकती है।
दस साल बाद इंद्रावती का जलस्तर 10 मीटर तक चढ़ा, इधर एनएच-63 बंद
ओडिशा में कैचमेंट एरिया में भारी बारिश होने के कारण इंद्रावती नदी का जलस्तर 10 साल बाद शुक्रवार को 10 मीटर के करीब पहुंच गया। पूरे संभाग में जगदलपुर और केशकाल ब्लॉक में ही मध्यम बारिश हुई है, बाकी 31 ब्लॉकों में भारी बारिश हुई। कोंडागांव में हुई बंधा तालाब का पानी एनएच-30 पर चढ़ने लगा। इधर बीजापुर जिले के भैरमगढ़ ब्लॉक में बोदली नाला उफान पर होने से एनएच-63 पर भी आवाजाही ठप हो गई।
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