हाल ही में मिली दो उपलब्धियों ने शहर को गौरवांवित किया है। दरअसल, मैनिट की प्रो. डॉ. सविता दीक्षित ने ट्यूमर और कैंसर काे ठीक करने वाला बायो कम्पाउंड ढूंढ़ा है तो आरजीपीवी की प्रो. डॉ. अर्चना तिवारी ने भेड़ों के डीएनए में बदलाव की वजह से हाेने वाली बीमारी काे राेकने वाली वैक्सीन बनाई है। दोनों ही प्रोफेसर्स को उनके द्वारा किए गए शोध के लिए पेटेंट मिला है।
नीम, तुलसी, एलोवेरा, गिलोय ठीक करेंगे मर्ज
मैनिट में केमिकल इंजीनियरिंग विभाग की प्राे. डाॅ. सविता दीक्षित ने नीम, श्यामा तुलसी, व्हीटग्रास, एलोवेरा, गिलोय के गुणों का अध्ययन कर उनका अर्क निकालकर कंपाउंड तैयार किया। बायो एक्टिव कंपाउंड से चूहों के ट्यूमर का साइज कम हुआ। यह बायो एक्टिव कंपाउंड स्किन कैंसर से संबंधित रोगों काे ठीक करने में सहायक हाेगा।
4 साल में एक हजार ट्रायल किए, तब मिली सफलता
आरजीपीवी में बायोटेक्नोलॉजी विभाग की प्रो. डॉ. अर्चना तिवारी ने भेड़ों में दूषित भोजन से होने वाले रोग क्लॉस्ट्रीडियम परफ्रिजेंस को रोकने वाली वैक्सीन खोजी है। 2008 से रिसर्च कर रहीं डॉ. तिवारी ने 1000 से ज्यादा ट्रायल किए। उन्हें 2012 में सफलता मिली। 8 साल बाद तीन पेटेंट मिले, जिसमें वैक्सीन के तीन अलग-अलग वैरिएंट के फॉर्मूले सुझाए गए हैं।
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