Thursday, 22nd May 2025

नितिन गडकरी ने कहा- MSME सेक्टर 5 साल में पैदा करेगा 5 करोड़ नौकरियां, अब तक 11 करोड़ को दिया जॉब

Mon, Aug 17, 2020 4:24 AM

कोरोना संकट (Coronavirus Crisis) के बीच ज्‍यादातर देशों पर दोहरी मार पड़ी है. एकतरफ संक्रमण के कारण लोगों की मौत का आंकड़ा थम नहीं रहा है तो दूसरी ओर मजबूत से मजबूत अर्थव्‍यवस्‍थाएं (Global Economy) चरमरा गई हैं. भारत में वैश्विक महामारी के कारण डांवाडोल हुई अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है. भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था (Indian Economy) को पटरी पर लौटाने में सबसे बड़ा योगदान कृषि क्षेत्र (Agriculture Sector) से मिल रहा है. इस बीच, सबसे ज्‍यादा रोजगार देने वाले एमएसएमई सेक्‍टर (MSMEs) से काफी उम्‍मीदें की जा रही हैं.

'देश के विकास में है एमएसएमई सेक्‍टर का बड़ा योगदान'

स्वावलंबन ई-समिट 2020 में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा है कि देश के विकास में एमएसएमई सेक्टर (MSME Sector) का बहुत बड़ा योगदान है. अभी जीडीपी ग्राथ रेट (GDP Growth Rate) में 30 फीसदी आय एमएसएमई सेक्टर से आती है. वहीं, 48 फीसदी निर्यात इसी सेक्‍टर का है. उन्‍होंने कहा कि अभी तक इस सेक्‍टर ने 11 करोड़ नौकरियां पैदा की हैं. गडकरी ने भरोसा जताया कि एमएसएमई सेक्‍टर अगले 5 साल में नई नौकरियों की संख्‍या बढ़ाकर 30 फीसदी ग्रोथ रेट को कम से कम 50 प्रतिशत, 48 फीसदी निर्यात को 60 प्रतिशत करेगा.

 

'छोटे व्‍यापारी एमएसएमई का लाभ लेने को कराएं रजिस्‍ट्रेशन'

गडकरी ने उम्‍मीद जताई है कि एमएसएमई सेक्‍टर अगले पांच साल में 5 करोड़ नई नौकरियां पैदा करेगा. इस दौरान उन्‍होंने कहा कि गैर-पंजीकृत उद्यमों को एमएसएमई का लाभ लेने के लिए माइक्रो उद्योग के तहत खुद को पंजीकृत करने की जरूरत है. हम छोटे व्यापारियों को भी इसके तहत कवर करने की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं. ऐसे लोगों को पंजीकृत करने और प्रोत्साहित करने के लिए हमें गैर सरकारी संगठनों (NGOs) से मदद की आवश्यकता है. बता दें कोरोना संकट से निपटने के लिए सरकार की ओर से घोषित 20 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज में सबसे ज्यादा एमएसएमई सेक्टर को ही दिया गया है. इसके तहत एमएसएमई को 3 लाख करोड़ का बिना गारंटी लोन की सुविधा दी गई है.

 

गडकरी ने 'स्‍वेदश बाजार' ऑनलाइन पोर्टल किया लॉन्‍च

गडकरी ने ग्रामीण इलाकों में बन रहे उत्पादों को बाजार मुहैया कराने के मकसद से एक ऑनलाइन पोर्टल 'स्वदेश बाजार' (Swadesh Bazzar) भी लॉन्‍च किया. उन्होंने कहा कि हमारे देश में अच्छा काम करने वाले लोगों की संख्या कम नहीं है. उनका उत्पाद और क्वालिटी बहुत अच्छी होती है, लेकिन उन्हें बाजार नहीं मिलता है. उत्‍पादक से ग्राहक तक पहुंचने में प्रोडक्‍ट की कीमत बहुत बढ़ जाती है. तकनीक के इस्तेमाल से इस बीच के मुनाफे वाली कड़ को खत्म किया जा सकता है. उन्‍होंने कहा कि ई-कॉर्मस कंपनी अमेजन (Amazon) भारत के एमएसएमई से वस्तुएं लेकर एक्सपोर्ट कर रही है. अब स्वदेश बाजार ऑनलाइन पोर्टल इस दिशा में काम करेगा.

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