सुशांत सिंह राजपूत केस (Sushant Singh Rajput) में राजनीति चरम पर है. महाराष्ट्र सरकार की तरफ से पार्टी के सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने इसकी कमान संभाल रखी है. वहीं, सुशांत सिंह राजपूत के परिवार के अलावा बिहार के कई अन्य दल भी राउत पर सवाल खड़े कर रहे हैं. इस कड़ी में बीजेपी (Bihar BJP) ने संजय राउत के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है.
बिहार बीजेपी के प्रवक्ता निखिल आनंद ने सुशांत सिंह राजपूत के पिता को लेकर शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में छपे आलेख पर नाराजगी जताते हुए कहा कि महाराष्ट्र में अंधेरगर्दी है, जिसके चौपट राजा श्रीमान उद्धव ठाकरे बन गए हैं. निखिल ने कहा कि महाराष्ट्र में गुंडागर्दी है और यही कारण है कि सुशांत मामले से जुड़े तथ्यों-सबूतों को मिटाया जा रहा है. बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि सामना का आलेख सुशांत की मृतआत्मा के चरित्रहनन का घटिया प्रयास है. उन्होंने बताया कि दिशा सालियान की फाइल डिलीट करने के बाद अब उसके कपड़े फ़ोरेंसिक जांच के लिए भेजे जा रहे हैं.
सीबीआई और सुप्रीम कोर्ट से ही मिलेगा न्याय
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में आरोपियों के पक्ष में उद्धव सरकार, बॉलीवुड माफिया और कांग्रेस खुलकर उतर चुकी है. महाराष्ट्र सरकार की हरकत देखिए कि जो मामले की जांच के लिए मुंबई गई बिहार पुलिस की टीम के खिलाफ प्रॉक्सी केस करवा रही है. उन्होंने कहा कि ऐसे में सिर्फ सीबीआई और सुप्रीम कोर्ट से ही सुशांत को न्याय मिलने की उम्मीद है. निखिल ने कहा कि मामले की जांच कर रही सीबीआई इस केस में संजय राउत और आदित्य ठाकरे से पूछताछ करे. साथ ही उनका नारको टेस्ट भी जरूर करे. निखिल ने कहा कि ऐसे वक्त में जब आरोपियों के पक्ष में कांग्रेस उतर ही गई है, तो इस मामले में राहुल-प्रियंका गांधी भी अपना स्पष्टीकरण दें.
राउत को लीगल नोटिस
मालूम हो कि इससे पहले सामना में छपे आलेख को लेकर ही सुशांत सिंह राजपूत के भाई और बीजेपी विधायक नीरज कुमार बबलू ने संजय राउत को लीगत नोटिस भेजते हुए 48 घंटे का वक्त दिया है. उनसे अपने बयान पर माफी मांगने को कहा गया है. संजय राउत के बयान और लेख पर बिहार के अन्य दलों ने भी टिप्पणी की है.
Comment Now