राजधानी में रविवार को 101 नए संक्रमित मिले, जो बीते 10 दिन में सबसे कम हैं। वहीं 3 मरीजों की मौत हो गई। प्रदेश में अब तक 996 मरीज दम तोड़ चुके हैं। यह आंकड़ा सोमवार को एक हजार पार जा सकता है। नए संक्रमितों में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग भी हैं। सारंग सरकार के चौथे मंत्री हैं, जो संक्रमित हुए। उनके परिवार व स्टाफ की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इस बीच, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उनके शरीर में एंटीबॉडी डेवलप हो गए होंगे। इसलिए वे डॉक्टरों की सलाह पर प्लाज्मा डोनेट करेंगे।
ध्रुवनारायण ने तीन दिन में ही अस्पताल छोड़ा
कोरोना संक्रमित होने के बाद 4 अगस्त को निजी अस्पताल चिरायु में भर्ती हुए पूर्व विधायक ध्रुवनारायण सिंह ने तीन दिन बाद ही अस्पताल छोड़ दिया। बताया जा रहा है कि वहां की व्यवस्थाओं से घबराकर वे होम आइसोलेशन में चले गए। अस्पताल से डिस्चार्ज किए जाने की प्रक्रिया भी नहीं हुई। जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने यह कहा कि कोई लक्षण नहीं थे, इसलिए अनावश्यक बिस्तर क्यों रखें। किसी दूसरे के काम आएगा। व्यवस्थाओं के बारे में उन्होंने कोई टिप्पणी नहीं की।
मंत्री को बुखार आया था, पहली रिपोर्ट निगेटिव, दूसरी पॉजिटिव
सारंग एहतियातन तीन दिन से होम आइसोलेट हैं, जबकि अगले तीन दिन घर में ही रहेंगे। उन्हें चार दिन पहले बुखार आया था, जिसके बाद उन्होंने कोरोना जांच कराई, जो निगेटिव निकली थी। दोबारा बुखार आने पर उन्होंने फिर सैंपल दिया, जो पॉजिटिव आया। उनका कहना है कि वे लगातार हमीदिया व चिरायु अस्पताल जा रहे थे। शायद वहीं से संक्रमित हुए।
एक हजार का तीसरा सबसे तेज आंकड़ा
पहले एक हजार मरीज 55 दिन में मिले थे, अंतिम एक हजार 7 दिन में बढ़ गए
भोपाल में कोरोना का पहला संक्रमित 22 मार्च को मिला था और 16 मई यानी 55 दिन में संक्रमित 1019 हो गए थे। लेकिन, 7 हजार से 8 हजार मरीज होने में सिर्फ 7 दिन लगे हैं। पिछले 26 दिन में मरीज दोगुने हुए हैं। 14 जुलाई को कुल 4013 मरीज थे। जो अब 8031 हैं।
रविवार को कोरोना समीक्षा में मुख्यमंत्री ने कहा कि दो-तीन दिन में प्रदेश में 20 हजार टेस्ट करने की क्षमता विकसित करेंगे। रविवार को 17700 टेस्ट हुए। डेथ ऑडिट के साथ ट्रीटमेंट ऑडिट भी होगा।
नई गाइडलाइन: वन या टू-बीएचके के घर में होम आइसोलेशन नहीं
इस बीच, राज्य सरकार ने होम क्वारैंटाइन और होम आइसोलेशन के लिए गाइडलाइन जारी कर दी है। इसके मुताबिक कोई भी संक्रमित व्यक्ति खुद को वन या टू बीएचके फ्लैट या मकान में आइसोलेट न करे। वह होम क्वारेंटाइन हो सकता है। यदि मकान बड़ा है और कमरा अलग है तो वह रह सकता है। उसे सार्थक एप या आरोग्य सेतु एप पर खुद को अपडेट रखना होगा। डाइट चार्ट के हिसाब से ले। ऑक्सीमीटर और थर्मोमीटर से नियमित जांच हो। यदि इसके बाद कोई भी लक्षण नजर आते हैं। शहर में अस्पतालों की सूची है, तत्काल वहीं पहुंचकर अपनी जानकारी सांझा करें।
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