Friday, 23rd May 2025

आखिर क्या है पाकिस्तान का इरादा ? बाजवा के बाद कुरैशी और खटक पहुंचे LOC

Tue, Aug 4, 2020 5:24 AM

पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (Shah Mehmood Qureshi) और रक्षा मंत्री परवेज खटक (Parvez Khatak) ने सोमवार को नियंत्रण रेखा का दौरा किया जहां सेना ने उन्हें हालिया स्थिति से अवगत कराया. यह जानकारी अधिकारियों ने दी. दोनों मंत्रियों के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा पर प्रधानमंत्री के विशेष सहायक मोइद युसूफ भी थे. उन्होंने चिरी कोट सेक्टर का दौरा किया. एलओसी दौरे से पहले जारी वीडियो संदेश में कुरैशी ने कहा कि वह रक्षा मंत्री के साथ नियंत्रण रेखा का दौरा कर रहे हैं ताकि कश्मीरी लोगों के साथ एकजुटता प्रदर्शित कर सकें. अधिकारियों ने बताया कि दोनों मंत्रियों ने चिरी कोट सेक्टर का दौरा किया जहां सेना ने उन्हें नियंत्रण रेखा के नवीनतम हालात से अवगत कराया. भारत ने पाकिस्तान को अपने दृढ़ रूख से अवगत करा दिया है कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और रहेगा.

उल्लेखनीय है कि, भारत-पाकिस्तान के बीच लाइन आफ कंट्रोल पर तनाव बना हुआ है. इससे पहले इस तनाव को और हवा देने के लिए पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा एलओसी पहुंचे थे. उन्होंने वहां सैनिकों से मुलाकात की. उनके साथ काफी वक्त बिताया. उन्होंने यहां तैनात पाकिस्तानी सैनिकों से मुलाकात की. उन्होंने सैनिकों की हौसलाअफजाई की और कश्मीर का जिक्र भी किया. दिलचस्प बात यह है कि बाजवा का यह दौरा पहले से तय नहीं था. पाकिस्तान सेना प्रमुख ने एलओसी के इस दौरे की जानकारी मीडिया को भी नहीं दी थी. बाजवा सबसे पहले खुरैटा सेक्टर पहुंचे. उन्होंने यहां तैनात सैनिकों से बातचीत की और यहां के हालात की जानकारी ली. इसके बाद में पाकिस्तान सेना के मीडिया विंग डीजी आईएसपीआर ने आर्मी चीफ के इस दौरे की जानकारी एक बयान के जरिये दी.
 

'पाकिस्तान कश्मीरियों का समर्थन हमेशा जारी रखेगा'
डीजी के बयान के मुताबिक बाजवा ने सैनिकों से हर मुश्किल के लिए तैयार रहने को कहा है. उन्होंने अपने इस दौरे में कश्मीर का जिक्र भी किया और कहा कि पाकिस्तान कश्मीरियों का समर्थन हमेशा जारी रखेगा. कमर जावेद बाजवा ने एलओसी पर तैनात सैनिकों को कहा कि मुल्क के लिए यह काफी मुश्किल वक्त है क्योंकि कई चैलेंज एक साथ सामने आए हैं. कुछ बाहरी ताकतें हैं जो पाकिस्तान को कमजोर करने की साजिश रच रही हैं. ऐसे विपरीत समय में फौज की जिम्मेदारी बढ़ जाती है. उनकी जिम्मेदारी बहुत ज्यादा बढ़ जाती है. सैनिकों का काम अपने देश की सरहदों की हिफाजत करना तो है ही, इसके साथ ही उसकी जिम्मेदारी मुल्क के अंदर के हालातों पर भी अपनी निगाह बनाए रखना है. उन्होंने अपने देश के सैनिकों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि हमारी फौज हर तरह की चुनौतियों से निपटने में सक्षम है.

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