देश में कोरोना (Coronavirus) का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. भारत में कोरोना वायरस से 16 लाख 38 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं. वहीं, अब तक 34 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. बिगड़ते हालातों के बीच राहत की खबर यह है कि भारत में रिकवरी रेट (Corona recovery Rate) सबसे ज्यादा है. देश में कोरोना के हालातों को कैसे काबू किया जा सकता है इस पर शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन (Dr Harsh Vardhan) ने उच्च स्तरीय ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स (GoM) की बैठक की. इस बैठक में किन राज्यों में रिकवरी रेट सबसे ज्यादा है और कितने एक्टिव केस हैं इसके बारे में पूरी जानकारी दी गई. इस बैठक में बताया गया कि देश की राजधानी दिल्ली में रिकवरी रेट सबसे ज्यादा है. वहीं, कर्नाटक में कोरोना रिकवरी रेट सबसे खराब है.
दिल्ली में सबसे ज्यादा कोरोना रिकवरी रेट
दिल्ली में रिकवरी रेट में लगातार सुधार हो रहा है. राजधानी में कोरोना रिकवरी रेट 89.08 फीसदी हो गया है. दिल्ली में अभी केवल 8.07% एक्टिव मामले हैं, जबकि 2.93% मरीजों की मौत हो चुकी है. यहां एक्टिव केस की संख्या 10,770 है, वहीं, होम आइसोलेशन में 5894 मरीज हैं.
भारत में पाए जाने वाले मामलों की गंभीरता पर बोलते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, "देश में कुल एक्टिव मामलों में से केवल 0.28% रोगी वेंटिलेटर पर हैं, 1.61% मरीजों को ICU की जरूरत है और 2.32% को ऑक्सीजन की आवश्यकता है." दिल्ली के बाद रिकवरी रेट के मामले में हरियाणा दूसरे स्थान पर है. हरियाणा में रिकवरी रेट 79.82% है.
कर्नाटक के हालात बुरे
भारत के जिन राज्यों में कोरोना से बुरे हालात हैं उसका जिक्र करते हुए इस बैठक में कहा गया कि बिहार, यूपी, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश जैसे राज्यों में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. कर्नाटक में कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट सबसे ज्यादा खराब है. कर्नाटक में कुल 69,708 लोग कोरोना से संक्रमित हैं, लेकिन यहां पर रिकवरी रेट 39.36% है. दिल्ली में पिछले एक महीने से कोरोना संक्रमण की स्थिति में तेजी से सुधार हो रहा है. 23 जून को दिल्ली में एक ही दिन में 3,947 नए केस सामने आए थे जो यहां किसी एक दिन में कोरोना के मामलों में अब तक की सबसे बड़ी संख्या थी.
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