छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा से भाजपा विधायक भीमा मंडावी की हत्या मामले में एनआईए (नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी) ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में एक महिला भी शामिल है। इनके ऊपर भाजपा विधायक की हत्या के लिए नक्सलियों को विस्फोटक व अन्य सामान उपलब्ध कराने का आरोप है। एनआईए ने बुधवार को आरोपियों को सात दिन की रिमांड पर लिया है।
एनआईए की टीम ने कुआकोंडा के नकुलनार निवासी लक्ष्मण जायसवाल उर्फ लक्ष्मण साओ, अरनपुर के काकड़ी निवासी रमेश कुमार कश्यप उर्फ रमेश हेमला और किरंदुल के टीकनपाल निवासी कुमारी लिंग ताती को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए तीनों आरोपियों को जगलपुर की स्पेशल एनआईए कोर्ट में पेश किया था। जहां से उनको सात दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
आईईडी ब्लास्ट के लिए तार व अन्य सामान पहुंचाया
एनआईए की ओर से बताया गया कि जांच में पता चला है कि आरोपी लक्ष्मण जायसवाल ने आईईडी ब्लास्ट के लिए नक्सलियों को बिजली के तार, विस्फोटक पदार्थ और अन्य सामान मुहैया कराया था। वह नकुलनार में किराने की दुकान चलाता है। वहीं आरोपी रमेश कुमार कश्यप काकड़ी गांव का पूर्व सरपंच है। उसने और कुमारी लिंग ताती ने नक्सलियों को रसद सहायता पहुंचाई।
अप्रैल में भी पूर्व सरपंच सहित दो हुए थे गिरफ्तार
एनआईए ने करीब चार माह पहले 7 अप्रैल को भी पूर्व सरपंच सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया था। इन दोनों की गिरफ्तारी टिकनपाल इलाके से हुई थी। आरोपियों में एक टिकनपाल का सरपंच रह चुका माड़का ताती भी है। वहीं, दूसरे के नाम भीमा ताती है। दोनों ही पटेलपारा के रहने वाले हैं। इन दोनों पर घटना की प्लानिंग के आरोप है। हालांकि इस आरोप को लेकर भी जांच हो रही है।
नक्सलियों ने मतदान से दो दिन पहले की थी हत्या
बस्तर से भाजपा के अकेले विधायक भीमा मंडावी की लोकसभा चुनाव के दौरान मतदान से ठीक दो दिन पहले 9 अप्रैल को नक्सलियों ने हत्या कर दी थी। कुआकोंडा इलाके के श्यामागिरी में आईईडी विस्फोट किया था। इस हमले में भाजपा विधायक व उनके ड्राइवर की जान चली गई थी और 3 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। इसके बाद केंद्र के आदेश पर एनआईए ने मई 2019 में केस दर्ज किया।
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