Monday, 2nd June 2025

विधायक खरीद-फरोख्त मामला:मानेसर गई एसओजी की टीम तीसरी बार बदली गई ; विधायकों ने मोबाइल नंबर बदले, अब नए की जानकारी जुटाने में लगे अधिकारी

Thu, Jul 30, 2020 1:13 AM

  • पूर्व में गए डिप्टी एसपी कमल सिंह को पारिवारिक कारणों के चलते वापस बुलाया गया
  • विधायक भंवरलाल शर्मा समेत अन्य की जानकारी जुटाने एसओजी की टीम मानेसर गई है
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राजस्थान में विधायक खरीद-फरोख्त मामले में एसओजी की टीम ने हरियाणा के मानेसर में डेरा डाल रखा है। फिलहाल वो विधायकों तक नहीं पहुंच पाए हैं। जिसके चलते तीसरी बार एसओजी की टीम बदली गई है। अब एएसपी नीरज पाठक टीम का नेतृत्व कर रहे हैं। वहीं, एसओजी की टीम पर हरियाणा पुलिस लगातार अपनी नजर बनाए हुए है। जानकारी अनुसार, मानेसर में एसओजी के करीब 10 अधिकारी मौजूद हैं।

विधायक भंवरलाल शर्मा समेत अन्य विधायकों की जानकारी जुटाने एसओजी की टीम मानेसर गई है। इस नई टीम को वहीं रहकर जानकारी जुटाने के लिए कहा गया है। पूर्व में गए डिप्टी एसपी कमल सिंह को पारिवारिक कारणों के चलते वापस बुलाया गया है।

सूत्रों की माने तो मानेसर में मौजूद विधायकों ने अपने मोबाइल नंबर बदल लिए हैं। अब एसओजी नए नंबर का पता लगाने और लोकेशन ट्रेस करने का प्रयास कर रही है। वहीं, एसओजी द्वारा जेल भेजे गए संजय जैन के बुधवार को सैंपल लिए जा सकते हैं। वॉइस सैंपल लेने की प्रक्रिया पूरी किए जाने के बाद आगे की कार्रवाई पूरी की जाएगी।

16 जुलाई को वायरल हुए थे खरीद-फरोख्त से जुड़े ऑडियो

16 जुलाई को विधायकों की खरीद-फरोख्त से जुड़े हुए तीन ऑडियो वायरल हुए थे। इसमें संजय जैन और गजेंद्र सिंह और भंवरलाल शर्मा का नाम सामने आया था। इसके बाद कांग्रेस के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने भंवरलाल शर्मा, गजेंद्र सिंह और संजय जैन के खिलाफ एसओजी में एफआईआर दर्ज करवाई थी।

इस बीच 18 जुलाई को जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया। सीआईडी क्राइम ब्रांच और एटीएस-एसओजी एक साथ मिलकर काम कर रही हैं। वहीं, एसीबी द्वारा भी एफआईआर दर्ज कर ऑडियो सैंपल जांच के लिए एफएसएल के पास भेजे गए हैं।

कॉल रिकॉर्डिंग के आधार पर अशोक सिंह और भरत मलानी को किया गिरफ्तार

स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने सबसे पहले अशोक सिंह और भरत मलानी को कॉल रिकॉर्डिंग के आधार पर गिरफ्तार किया था। एसओजी ने बताया था कि तस्करी के मामले में कॉल रिकॉर्डिंग के दौरान ही विधायकों की खरीद-फरोख्त के इनपुट मिले थे। इसके बाद इन दोनों को गिरफ्तार किया गया था।

इसके अलावा, मामले में एसओजी में तीनों विधायकों के खिलाफ भी शिकायत दर्ज की गई थी। इनमें दौसा की महवा सीट से विधायक ओमप्रकाश हुड़ला, अजमेर की किशनगढ़ सीट से विधायक सुरेश टांक और पाली जिले में मारवाड़ जंक्शन से विधायक खुशवीर सिंह के नाम हैं।

आरोप है कि इन तीनों विधायकों ने राज्यसभा चुनाव से पहले बांसवाड़ा में विधायकों से संपर्क किया था। उन्हें खरीद फरोख्त के लिए करोड़ों रुपए की रकम देने का ऑफर दिया था। तीनों विधायकों के संपर्क अशोक सिंह और भरत मालानी से बताए जा रहे थे।

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