फ्रांस (France) से पहली खेप के रूप में भारत (India) आ रहे पांच राफेल लड़ाकू विमान (Rafale Fighter Jet) यूएई (UAE) पहुंच गए हैं. संयुक्त अरब अमीरात (United Arab Emirates) के अल दफरा एयरपोर्ट (Al Dhafra Airport) पर इन विमानों की लैंडिंग पायलट्स को आराम देने के लिए की गई है. राफेल विमानों ने सोमवार फ्रांस वायुसेना (Frech Air Force) के मेरिनेक एयरबेस से लगातार सात घंटे तक उड़ान भरी. जिसके बाद इन्हें अल दफरा हवाई अड्डे पर सुरक्षित लैंड किया गया. ये विमान कल सारा दिन अबूधाबी के पास अल दफरा एयरपोर्ट पर ही रहेंगे. 29 जुलाई को ये विमान वहां से उड़ान भरेंगे और फिर दोपहर तक अंबाला पहुंचेंगे.
अबूधाबी के पास फ्रांस के एयरबेस तक फ्रांस वायुसेना के मिड एयर रिफ्यूलर राफेल के साथ थे अब अबूधाबी के बाद भारतीय आईएल 78 रिफ्यूलर राफेल के साथ होंगे. भारतीय वायुसेना के प्लान के तहत एक दिन का हॉल्ट किया गया है. ये प्लान मौसम को ध्यान में रखकर बनाया गया है. इन विमानों के बुधवार को अंबाला वायुसेना स्टेशन (Ambala Airforce Station) पहुंचने की उम्मीद है. भारत ने वायुसेना के लिये 36 राफेल विमान खरीदने के लिये चार साल पहले फ्रांस के साथ 59 हजार करोड़ रुपये का करार किया था.
फ्रांस के बंदरगाह शहर बोर्डेऑस्क में वायुसेना अड्डे से रवाना हुए ये विमान लगभग सात हजार किलोमीटर का सफर तय करके बुधवार को अंबाला वासुसेना अड्डे पर पहुंचेंगे. वायुसेना के बेड़े में राफेल के शामिल होने से उसकी युद्ध क्षमता में महत्वपूर्ण वृद्धि होने की उम्मीद है. भारत को यह लड़ाकू विमान ऐसे समय में मिल रहे हैं, जब उसका पूर्वी लद्दाख में सीमा के मुद्दे पर चीन के साथ गतिरोध चल रहा है. एक आधिकारिक बयान के मुताबिक 10 विमानों की आपूर्ति समय पर पूरी हो गई है और इनमें से पांच विमान प्रशिक्षण मिशन के लिये फ्रांस में ही रुकेंगे. बयान में कहा गया है कि सभी 36 विमानों की आपूर्ति 2021 के अंत तक पूरी हो जाएगी.
पिछले साल रक्षा मंत्री को सौंपा गया था पहला राफेल
वायुसेना को पहला राफेल विमान पिछले साल रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) की फ्रांस यात्रा के दौरान सौंपा गया था. फ्रांस में भारत के राजदूत जावेद अशरफ ने विमानों के फ्रांस से उड़ान भरने से पहले भारतीय वायुसेना के पायलटों से बातचीत की. अशरफ ने समय पर विमानों की खेप की आपूर्ति के लिये इसके निर्माता डसो एविएशन को धन्यवाद दिया. उन्होंने एक वीडियो संदेश में कहा, 'ये (विमान) हमारी रक्षा तैयारियों को और अधिक मजबूती प्रदान करेगा. ये भारत और फ्रांस के बीच सामरिक साझेदारी का एक शक्तिशाली प्रतीक भी हैं.'
पेरिस में स्थित भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, 'यात्रा मंगलमय हो: फ्रांस में भारतीय राजदूत ने राफेल के भारतीय पायलटों से बातचीत कर उन्हें बधाई दी. साथ ही उन्हें सुरक्षित भारत पहुंचने के लिये शुभकामनाएं भी दीं.' इन पांच राफेल लड़ाकू विमानों को बुधवार दोपहर वायुसेना में शामिल किये जाने की उम्मीद है. हालांकि, वायुसेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि इन्हें बल में शामिल करने को लेकर औपचारिक समारोह का आयोजन अगस्त के मध्य में किया जाएगा.
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