Sunday, 13th July 2025

रेलवे स्टेशन पर शुरू हुई एयरपोर्ट जैसी सुविधा! शुरू हुआ ट्रेन टिकट चेकिंग का नया सिस्टम

Thu, Jul 23, 2020 5:21 PM

यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रयागराज डिवीजन ने प्रयागराज रेलवे स्टेशन (Prayagraj Railway Station) पर यात्रियों की एंट्री के लिए एयरपोर्ट की तरह ही कॉन्टेक्टलेस टिकट चेकिंग सिस्टम को लागू किया है.

कोरोना वायरस (Coronavirus Pandemic) के चलते देश के कुछ रेलवे स्टेशन पर संपर्क रहित टिकट जांच और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को बढ़ावा देने के लिए कॉन्टेक्टलेस टिकट चेकिंग सिस्टम (Contact Less Ticket Checking) लागू किया है. प्रयागराज डिवीजन ने प्रयागराज रेलवे स्टेशन (Prayagraj Railway Station) पर यात्रियों की एंट्री के लिए एयरपोर्ट की तरह ही कॉन्टेक्टलेस टिकट चेकिंग सिस्टम को लागू किया है. प्रयागराज रेलवे स्टेशन के भीतर एयरपोर्ट की तरह ही घुसने के दौरान सबसे पहले सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाती है, उसके बाद बोर्डिंग प्रक्रिया शुरू होती है.

अब कैसे होगा ट्रेन टिकट चेक

(1) ट्रेन टिकट बुक करते समय रेलवे की ओर से एक QR Code का URL (लिंक), SMS के जरिए यात्री के मोबाइल पर भेजा जाएगा. स्टेशन में दाखित होते समय या ट्रेन में यात्रा के दौरान टिकट चेंकिंग के समय यात्रियों को SMS में उपलब्ध QR Code के URL पर क्लिक करना होगा. ऐसा करते ही यात्री के मोबाइल ब्राउजर पर क्यू.आर. कोड दिखने लगेगा.
(2) रेल यात्रा के दौरान टीटीई (TTE) यात्री के मोबाइल पर दिख रहे QR Code को अपने मोबाइल से स्कैन कर सकेंगे. क्यू.आर. कोड स्कैनर को फ्री एप, Google play store अथवा IOS प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है. हैंड हेल्ड टर्मिनल के जरिए भी क्यू.आर. कोड को स्कैन करने में सक्षम है, जिसके जरिए यात्री के PNR की सारी डीटेल टीटीई के फोन पर आ जाती है.



(3) भारतीय रेलवे जल्द ही रिजर्व टिकटों की जांच के लिए इस व्यवस्था को पूरे देश में लागू करेगा. इस व्यवस्था को लागू करने के लिए टिकटों के क्यूआर कोड को जनरेट करने के सिस्टम पर काम किया जा रहा है. लखनऊ मण्डल के गोरखपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन पर रिजर्व टिकटों के क्यू.आर. कोड की स्कैनिंग करने के लिये अलग से स्कैनर लगाये जाने का काम किया जा रहा है.

क्यूआर कोड होता है स्कैन-
एयरपोर्ट जैसे चेक-इन काउंटर पर इस प्रक्रिया के दौरान जैसे ही यात्री रेलवे स्टेशन में प्रवेश करता है, उसके टिकट का क्यूआर कोड एक मोबाइल ऐप के माध्यम से स्कैन किया जाएगा जो सॉफ्टवेयर के डेटाबेस में अपडेट हो जाता है. साथ ही QR कोड को स्कैन करने का समय भी एप्लिकेशन में अपडेट हो जाता है. इस तरह की सुविधा को संक्रमण का जोखिम कम करने के लिए बनाए गए हैं.

एकीकृत चेकिंग कियोस्क-
यात्री टिकट या मोबाइल पर क्यूआर कोड को स्कैन करने के लिए क्यूआर स्कैनर भी दिया गया है. इसके बाद शरीर का टेम्प्रेचर मापने के लिए थर्मल स्क्रीनिंग की जाती है. पैसेंजर और स्टॉफ के बीच बातचीत के लिए 2way कम्यूनिकेशन सिस्टम है. यात्रियों को अपना टिकट और आईडी कैमरे के माध्यम से रेलवे के कर्मचारियों को दिखाना होगा. यह डुअल डिस्प्ले द्वारा यात्री और टिकट चेकिंग स्टाफ दोनों को दिखाई देगा. किसी भी समय आने वाले पैसेंजर के बारे में जानने के लिए डैशबोर्ड की सुविधा भी दी गई है.
रेलवे का कहना है कि तकनीक के इस्तेमाल से कर्मचारियों और यात्रियों दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित होती है. इस सुविधा से प्लेत्फौर्म पर कितने यात्री मौजूद हैं इसकी भी जानकारी मिलेगी, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने में मदद मिलेगे. इसके अलावा कॉन्टैक्टलेस टिकट चेकिंग सुविधा ट्रेन में खाली बर्थ की पहचान करने में भी मदद करती है जो यात्रियों को बर्थ की बेहतर उपलब्धता के लिए अगले स्टेशन पर भेज दिया जाता है.

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