Thursday, 22nd May 2025

बिजली बिल, ईएमआई, डीटीएच और इंश्‍योरेंस पेमेंट की चिंता से मिलेगी निजात! NPCI ने पेश की UPI AutoPay सुविधा

Thu, Jul 23, 2020 5:57 AM

भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने हर महीने या हर तिमाही या हर छमाही यानी रिकरिंग पेमेंट्स (Recurring Payments) के लिए यूपीआई ऑटो-पे (UPI AutoPay) सुविधा शुरू कर दी है. एनपीसीआई ने कहा कि यूपीआई-2.0 के तहत इस नई सुविधा की शुरुआत की गई है. इसके तहत यूजर्स मोबाइल बिल, बिजली बिल, ईएमआई भुगतान, एंटरटेनमेंट/ओटीटी सब्सक्रिप्शन, बीमा, म्यूचुअल फंड, कर्ज भुगतान और मेट्रो कार्ड बिल जैसे भुगतान किसी भी यूपीआई ऐप के जरिये कर सकेंगे.

रिकरिंग पेमेंट के लिए चुनना होगा ई-मैंडेट का विकल्‍प
एनपीसीआई ने कहा कि इस नई सुविधा के तहत 2,000 रुपये तक के भुगतान के लिये यूपीआई पिन (UPI PIN) की जरूरत नहीं होगी. हालांकि, इससे ऊपर की राशि के भुगतान के लिए हर बार पिन की जरूरत होगी. हर यूपीआई ऐप में अब एक ई-मैंडेट (E-Mandate) का विकल्‍प उपलब्‍ध होगा. इस विकल्‍प को चुनकर यूजर्स किसी भी रिकरिंग पेमेंट की मंजूरी दे सकेंगे. यही नहीं, अगर आपको लगता है कि किसी भुगतान को रोकना है तो आप इसी विकल्‍प पर जाकर रिकरिंग पेमेंट को रोक सकते हैं. वहीं, भुगतान राशि घटने या बढ़ने पर यूजर इसमें भी बदलाव कर सकेंगे.

दैनिक से लेकर सालाना पेमेंट तक के मिलेंगे विकल्‍प
यूपीआई ऑटो-पे सुविधा के तहत सिंगल पेमेंट के साथ ही दैनिक, साप्‍ताहिक, 15 दिन, हर महीने, हर दूसरे महीने, तिमाही, छमाही, सालाना आधार पर भुगतान करने की सुविधा दी जाएगी. निगम ने कहा कि इससे यूजर्स और कारोबारी दोनों को फायदा होगा. एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, एचडीएफसी बैंक, एचएसबीसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, आईडीएफसी बैंक, इंडसइंड बैंक, पेटीएम पेमेंट्स बैंक, ऑटोपे-दिल्ली मेट्रो, ऑटोपे- डिश टीवी, पॉलिसी बाजार, पेटीएम, पेयू, रेजरपे जैसे कई बैंक व व्यवसाय इस सुविधा को पहले ही शुरू कर चुके हैं.

यूपीआई ऑटोपे सुविधा डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देगी
जियो पेंमेंट्स बैंक, एसबीआई और यस बैंक जल्द ही यूपीआई ऑटो-पे सुविधा शुरू करने वाले हैं. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा, 'हमारा मानना है कि इस सुविधा से ग्राहकों को अपने रिकरिंग पेमेंट की चिंता से निजात मिल जाएगी. निगम ने ऑनलाइन पेमेंट की ये आसान सुविधा ग्‍लोबल फिनटेक फेस्‍ट के वर्चुअल ईवेंट में लॉन्‍च किया है. इंफोसिस के सह-संस्‍थापक और कंपनी बोर्ड में नॉन-एग्‍जीक्‍यूटिव चेयरमैन नंदन नीलेकणि ने कहा कि हम काफी समय से डिजिटल पेमेंट इकोनॉमी की योजना बना रहे हैं. उन्‍होंने कहा कि यूपीआई ऑटोपे सुविधा डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देगी.

Comments 0

Comment Now


Videos Gallery

Poll of the day

जातीय आरक्षण को समाप्त करके केवल 'असमर्थता' को आरक्षण का आधार बनाना चाहिए ?

83 %
14 %
3 %

Photo Gallery