Thursday, 5th June 2025

मध्यप्रदेश:राज्यपाल टंडन के निधन पर पांच दिन का राजकीय शोक; मुख्यमंत्री शिवराज समेत मंत्रियों ने दी श्रद्धांजलि, कैबिनेट की भी बैठक स्थगित, सीएम लखनऊ पहुंचे

Tue, Jul 21, 2020 10:55 PM

  • प्रदेश में 21 से 25 जुलाई तक कोई भी शासकीय कार्यक्रम नहीं होंगे, ऑफिस और शिक्षण संस्थान भी बंद रहेंगे
  • उत्तर प्रदेश की राज्यपाल और मध्यप्रदेश की प्रभारी राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी दुख व्यक्त किया
 
 

मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन के निधन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रिमंडल की बैठक में उन्हें श्रद्धांजलि दी। दो मिनट का मौन रखने के बाद बैठक को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। राज्य में 5 दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है। इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। प्रदेश में 21 जुलाई से 25 जुलाई तक 5 दिन कोई भी शासकीय कार्यक्रम नहीं होंगे। सभी सरकारी ऑफिस और शिक्षण संस्थान आज बंद रहेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा- टंडन को मृदभाषी और मिलनसार राजनेता के तौर पर पहचाना जाता था। वे समाज के हर वर्ग में पसंद किए जाते थे। शिवराज आज टंडन के अंतिम दर्शन के लिए लखनऊ पहुंच गए। उनके साथ कुछ मंत्री भी हैं।

मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल की बैठक में 2 मिनट का मौन रखकर राज्यपाल लालजी टंडन को श्रद्धांजलि दी गई।

टंडन का मंगलवार सुबह 5.35 बजे लखनऊ के मेदांता अस्पताल में हृदय गति रुकने से निधन हो गया। वे 85 वर्ष के थे। उन्हें पिछले 11 जून को पेशाब में संक्रमण की वजह से भर्ती कराया गया था। अस्पताल से जारी बुलेटिन में बताया गया कि जांच में उनके लिवर में संक्रमण पाया गया था। 24 घंटे में उनके लिवर ने काम करना बंद कर दिया था। वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने राज्यपाल लालजी टंडन के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की है।

अंतिम संस्कार शाम 4 बजे होगा
उनका अंतिम संस्कार शाम को लखनऊ में चौक स्थित गुलाला घाट पर किया जाएगा। इससे पहले उनके पार्थिव शरीर को सुबह चौक के 64 सौंधी टोला स्थित आवास में दर्शन के लिए रखा जाएगा। मध्यप्रदेश के साथ उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत भाजपा के कई नेताओं ने टंडन के निधन पर दुख जताया है। 

आनंदीबेन पटेल ने कहा- 

टंडन शालीन, मृदुभाषी और जमीन से जुड़े व्यक्ति थे। उन्हें राजनीति का लंबा अनुभव था। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की लखनऊ सीट से चुनाव जीतकर सांसद बने।लखनऊ में उन्होंने अनेक विकास कार्यों को कराया। उनके निधन से एक अपूरणीय क्षति हुई है।

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