भोपाल.भोपाल (bhopal) में पुलिस ने शराब के ऐसे शौकीनों को धरदबोचा जो जाली नोटों से शराब (wine) खरीद रहे थे. हालांकि मास्टर माइंड भाग निकला. पुलिस ने आरोपियों से हजारों के जाली नोटों (fake note) ज़ब्त किए हैं, जो एक ही सीरीज के हैं. पुलिस पता लगा रही है कि इन आरोपियों का नेटवर्क कहां तक फैला है और अब तक कितने जाली नोट ये बाज़ार में खपा चुके हैं.
पुलिस को सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति 100-100/ रू के नकली नोट से शराब खरीद रहा है. पुलिस ने मौके पर जाकर युवक को पकड़ा तो उसने जल्द ही सब कुछ उगल दिया. युवक ने बताया कि नो अपने सेठ संजय सिंह बुंदेला और हबीब यह जाली नोट लेकर आया है. युवक की निशानदेही पर पुलिस ने शराब दुकान से थोड़ी दूर लालघाटी पर ब्रिज के नीचे खड़ी एक काले रंग की स्कार्पियो गाड़ी की घेराबंदी की तो कार में बैठा हबीब फरार हो गया. मगर गाड़ी में बैठे दूसरा व्यक्ति संजय सिंह बुंदेला पकड़ में आ गया. पुलिस ने तलाशी ली तो उसके कब्जे से 100-100 रु के जाली नोट बरामद हुए. ये सभी नोट एक ही सीरीज के थे. आरोपियों के पास से कुल 66000/-रु के नकली नोट मिले. पुलिस ने नोट और स्कार्पियो गाड़ी ज़ब्त कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
हबीब है मास्टर माइंड
पूछताछ में आरोपी संजय सिंह ने बताया कि लगभग 4 महिने पहले जबलपुर में उसका परिचय हबीब से हुआ था. हबीब ने कहा था कि वह 40,000/ के असली नोट के बदले 1.00 लाख रु के नकली नोट दिला देगा. वो लालच में आ गया. भोपाल में हबीब ने 32000/-रु के असली नोट के बदले 70,000/ रू के नकली नोट चलाने का भरोसा दिलाया. 1000/-रू नकली नोट ड्रायवर मुकेश यादव को देकर शराब खरीदने भेजा था.
अपराधी है संजय
आरोपी संजय सिंह बुंदेला आपराधिक प्रवृति का है. खेती-किसानी के साथ उसका सागर हाईवे पर ढाबा है. संजय पर 2004 में हत्या का केस दर्ज है. 2019 में वो मालथौन में अवैध शराब बिक्री के मामले में जेल जा चुका है.पुलिस आरोपियों से जानकारी, जुटा रही है कि वो अब तक कितने जाली नोट चला चुके हैं और इनके गिरोह में कौन-कौन शामिल है. जाली नोट छापते कहां थे. कहीं इनके पीछे कोई बड़ा अंतर्राष्ट्रीय गिरोह तो नहीं.
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