Monday, 26th May 2025

धोखाधड़ी का प्रयास / एम्स डायरेक्टर की फर्जी आईडी से स्टाफ को मेल-मेरी आर्थिक स्थिति खराब है, मदद करें

Tue, Jul 14, 2020 6:30 PM

 

  • आमानाका थाने में केस दर्ज, जांच में नाइजीरियन गिरोह पर शक
 

रायपुर. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के डायरेक्टर डाॅ. नितिन एम नागरकर की किसी ने फर्जी मेल आईडी बना ली। यही नहीं, जालसाज ने एम्स डायरेक्टर की इस फर्जी आईडी से पूरे स्टाफ को मेल कर दिया - मेरी आर्थिक स्थिति खराब हो गई है, इसलिए आर्थिक मदद करिए। इस मेल से एम्स में हड़कम्प मच गया। बात डायरेक्टर तक पहुंची तो उन्होंने ऐसा कोई भी मेल करने पर आश्चर्य जताते हुए अपने संस्थान के आईटी सेल को जांच में लगा दिया। एम्स आईटी सेल के प्रभारी चंद्रभान सिंह ने रात करीब 9 बजे फर्जी आईडी बनाकर मेल करने की रिपोर्ट दर्ज करवा दी है। आमानाका टीआई भरत बरेठ ने बताया कि चंद्रभान की रिपोर्ट पर पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ आईटी एक्ट और धमकी का केस दर्ज किया है। टीआई के अनुसार इस केस की प्रारंभिक पड़ताल में ही साफ हो गया है कि फर्जी आईडी बनाने वाले नाइजीरियन गिरोह के जालसाज हो सकते हैं। साइबर सेल की तकनीकी टीम को जांच में लगाया गया है।

मेल का आईपी एड्रेस खंगाला जा रहा है, लेकिन इसका अब तक रायपुर या छत्तीसगढ़ से कोई लिंक नहीं मिला है। एम्स डायरेक्टर की फर्जी आईडी को ब्लाॅक कर दिया गया है, ताकि इससे कोई धोखाधड़ी न हो जाए।
एम्स आईटी सेल करता है ऐसे मामलों की जांच : डाॅ. नागरकर
पुलिस के मुताबिक एम्स के स्टाफ को डायरेक्टर की फर्जी आईडी से मेल तीन-चार दिन पहले किया गया। रविवार को ही साफ हुआ कि यह मेल एम्स के लगभग हर स्टाफ को गया है, जिनकी मेल आईडी प्रबंधन की डायरेक्टरी में है। इसके बाद मामला डायरेक्टर तक पहुंचा। पुलिस के मुताबिक इसके बाद एम्स आईटी सेल ने मामले की जांच शुरू की, तब एक नजर में आईडी फर्जी लगी। भास्कर ने देर रात डायरेक्टर डा. नागरकर से बात की तो उन्होंने कहा कि इस फर्जीवाड़े की जांच एम्स का आईटी सेल कर रहा है। थाने में रिपोर्ट उन्हीं की तरफ से करवाई गई होगी।

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