रायपुर. छत्तीसगढ़ मंत्रालय महानदी और इंद्रावती भवन के बीच भव्य पाथ-वे और लॉन डेवलप किया जाएगा। मंत्रालय परिसर में एक हजार नारियल के पौधे लगाए जाएंगे। इतनी ही संख्या में आम, जामुन, सीताफल और आंवले के पौधे भी लगाएंगे। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। कोंडागांव के कोकोनट बोर्ड से नारियल और हार्टिकल्चर विभाग से फलदार पौधे लिए जाएंगे। मंत्रालय के कुछ हिस्से में ही पौधे लगाए गए हैं। बाकी में खरपतवार उग आए हैं। महानदी और इंद्रावती भवन के बीच रास्ता है, जिससे कर्मचारी आना-जाना करते हैं।
सीएस आरपी मंडल ने इस रास्ते पर ही पाथ-वे और लॉन बनाने के निर्देश दिए हैं, जिससे खाली हिस्से में खूबसूरती हो। साथ ही, फलदार पौधे लगाने कहा है। एनआरडीए ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। महानदी और इंद्रावती भवन के बीच के हिस्से की सुंदरता के लिए ढाई करोड़ का प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। अफसरों के मुताबिक कुछ वाटर बॉडी हैं, उन्हें भी संवारा जाएगा, जिससे हरियाली के साथ ग्राउंड वाटर लेवल भी रिचार्ज हो सके। बारिश के दौरान पौधे लगाने का काम पूरा किया जाएगा। बाकी काम जारी रहेंगे। बता दें कि मंत्रालय और विभागाध्यक्ष भवन के बीच बड़े हिस्से में प्लांटेशन या ब्यूटीफिकेशन का काम नहीं हो पाया था।
खाली समय में टहल सकेंगे कर्मी
मंत्रालय और विभागाध्यक्ष भवन के बीच के खाली हिस्से में अधिकारी-कर्मचारियों के अलावा कोई आ-जा नहीं सकता। यह हिस्सा सुरक्षित होने के कारण ही पाथ-वे और फलदार पौधों के लिए चुना गया है। अधिकारियों के मुताबिक पाथवे और लॉन बनने के बाद अधिकारी-कर्मचारी खाली समय में टहल सकेंगे। साथ ही, पौधों के बड़े होने के बाद फल भी मिलेंगे। इसे ध्यान में रखकर ही सीएस मंडल ने पौधे लगाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को मौके पर बुलाकर पूरा प्रोजेक्ट बताया और उस पर तेजी से काम करने कहा। बता दें कि इससे पहले भी मंडल जब रायपुर-बिलासपुर कलेक्टर थे। तब उन्होंने दोनों जगह कलेक्टोरेट में गार्डन बनाया था।
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