Friday, 30th May 2025

राजधानी में बढ़े अपराध / अनलॉक के बाद अचानक बढ़े लूटमार के मामले क्योंकि कोरोना के कारण रात को सूनी हो रहीं सड़कें, राहगीरों से 100-100 रु. तक छीन रहे

Sat, Jul 4, 2020 5:45 PM

रायपुर.  लाॅकडाउन के दौरान अपराधों को लेकर काफी राहत महसूस करने वाली राजधानी और आसपास के इलाकों में अनलाॅक शुरू होते ही लूटपाट और चोरी जैसी वारदातों का खतरा बढ़ गया है। क्राइम रेट तो तेजी से बढ़ा ही है, वारदातों का नया ट्रेंड भी नजर आने लगा है। राजधानी के चारों ओर हाईवे पर लूटमार का खतरा बढ़ गया है। सड़कों पर आधी रात के बाद ट्रकों को रोककर लूटा जा रहा है। घने शहरी इलाके में भी आधी रात सड़कें बिलकुल सूनी होने लगी हैं। इसलिए लुटेरे दोपहिया सवारों से लेकर साइकिल वालों तक को नहीं छोड़ रहे हैं और सौ-सौ रुपए तक लूटकर भाग रहे हैं। कालोनियों में चोरों की दहशत बढ़ रही है। चोरी की हालत ये है कि बाउंड्री वाॅल से भीतर आकर चोर घरों के बर्तन, बाल्टी-डिब्बे, बच्चों की साइकिलें और कबा़ड़ तक नहीं छोड़ रहे हैं। 
अनलॉक-1 से वारदातों के ट्रेंड में बदलाव से पुलिस के अधिकारी भी हैरान हैं। लॉकडाउन के ढाई माह शहर में अपराध एक तरह से थम गया था। जब से अनलॉक 1 जून से शुरू हुआ है, छोटी वारदातें अचानक बढ़ गई हैं। पिछले 30 दिनों में तो राजधानी के दो दर्जन थानों में सबसे ज्यादा केस खमतराई में (56) दर्ज किए गए हैं। इसमें लूट, चोरी, मर्डर से लेकर अन्य संगीन अपराध है। दूसरे नंबर पर उरला थाना है जहां 54 अपराध पंजीबद्ध किए गए। लेकिन इसमें छोटी-मोटी चोरियों के 135 मामले हैं। वहां लूट की 14 से ज्यादा वारदातें हुई हैं। 
लॉकडाउन के 74 दिन कंट्रोल में
देश में 25 मार्च से लॉकडाउन शुरू हुआ, लेकिन रायपुर में 19 मार्च से ही शहर बंद कर दिया गया था। लॉकडाउन के 74 दिन यानी 25 मार्च से 31 मई तक 990 केस दर्ज किए गए। इसमें लूट-छिनतई की 3, चोरी की 178 की घटनाएं शामिल हैं। इस दौरान 5 एक्सीडेंट भी हुए। पुलिस अधिकारियों के अनुसार लोगों में बीमारी को लेकर डर था और शहर भी बंद था। इस कारण अपराध कम हुआ है। लॉकडाउन हटते ही लोगों का आना-जाना बढ़ गया है।

बिहार का ट्रक लुटेरा गैंग सक्रिय
धरसींवा-सिमगा के बीच यूपी-बिहार के गिरोह ने लाेहे से भरे ट्रक को माल समेत लूट लिया। गिरोह ने तीन दिन के भीतर घटना दो वारदातें कीं। ये नया ट्रेंड है। लुटेरे चारपहिया में निकलते और ट्रकों के सामने गाड़ी अड़ाकर उसे रुकवाते। ड्राइवर और खलासी के साथ मारपीट करने के अलावा उन्हें नशीली दवा खिलाकर छोड़ा ताकि वे कई घंटे किसी को कुछ बता न सके। एक वारदात में तो लुटेरे ड्राइवर को पेड़ से बांधकर भागे। पुलिस ने हालांकि पूरे रैकेट का भंडाफोड़ कर दिया, लेकिन इसी वारदात ने नया ट्रेंड बना दिया है। सड्डू और देवेंद्र के बेरोजगार नवयुवकों ने इसी पैटर्न पर हाईवे में लूटपाट की लुटेरे बन गए। पहले उन्होंने बाकायदा गैंग बनाया। प्लानिंग के साथ आधी रात रिंग रोड-3 पर मंदिर हसौद से लेकर धनेली नाला के बीच लूटपाट की वारदातें की। आरोपियों ने ज्यादातर माल लोड ट्रक को ही टारगेट किया था।

शौक के लिए 9 घरों में चोरी
हिमालयन हाइट्स समेत शहर के 4 स्कूली छात्रों ने हाईप्रोफाइल लाइफ जीने और महंगे शौक पूरा करने चोरियां शुरू कर दी। युवकों ने अपने पड़ोस से चोरी शुरू की। लॉकडाउन में कई लोग घर चले गए थे, जो लौटकर नहीं आए। उनके मकानों को निशाना बनाया गया। गिरोह ने हिमालयन हाइट्स के 5 और अन्य पॉश कॉलोनियों में भी लाखों की चोरियां की हैं।
छिनतई की घटनाएं बढ़ीं
सुबह और रात को घरों के बाहर टहल रहे लोगों से छिनतई की घटनाएं बढ़ गई है। पिछले 30 दिन में शहर के भीतर 16 से ज्यादा छिनतई की घटना हो चुकी है। कोटा में भोजन करके टहल रही युवती का मोबाइल छिनकर बाइक सवार दो युवक भाग गए थे, जिसमें एक पुलिस कर्मी का बेटा था। इसी तरह समता-चौबे कॉलोनी, भाठागांव, तेलीबांधा और शंकर नगर इलाके में छिनतई की घटनाएं हुई है। 

स्टील के बर्तन व कबाड़ में पड़ा सामान तक नहीं छोड़ रहे
टिकरापारा के एक सूने मकान से स्टील के बर्तन और कबाड़ में पड़ा सामान पार हो गया। बैजनाथपारा से एक पुरानी साइकिल भी चोरी हो गई। शहर में ऐसे 25 से ज्यादा घटनाएं हुई है। इसमें से अधिकांश में शिकायतें ही नहीं हुई है। चोर कबाड़ तक को नहीं छोड़ रहे हैं। 
बेसिक पुलिसिंग पर फोकस बढ़ाया जाएगा
^लॉकडाउन खुलने के बाद होने वाले अपराधों की समीक्षा की जाएगी। परीक्षण किया जाएगा कि अपराध करने वाले कितने नए और कितने पेशेवर गिरोह है। इसके अलावा निगरानी बदमाशों की सूची के साथ गुंडालिस्ट बनाकर जारी कर दी गई है। ऐसे 28 नामों को चिन्हित किया गया है। थानों में दर्ज अपराधों की विवेचना को लेकर भी समीक्षा की जाएगी। बेसिक पुलिसिंग पर फोकस बढ़ाने को कहा गया है।
-अजय यादव, एसएसपी रायपुर

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