भोपाल. मप्र में मंत्रिमंडल विस्तार मंगलवार शाम या फिर बुधवार को हो सकता है। सोमवार को दिल्ली में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, संगठन महामंत्री बीएल संताेष के साथ चर्चा हुई। फिर देर रात नड्डा, शाह, संतोष ने मंथन के बाद प्रदेश नेतृत्व द्वारा मंत्रिमंडल के लिए सौंपे गए नामों को हरी झंडी दे दी। सूत्रों का कहना है कि पार्टी संगठन ने नए चेहरों को शामिल करने पर जोर दिया है। मंत्रिमंडल विस्तार पर मंगलवार सुबह स्थिति साफ हो जाएगी। इसके बाद शाम को या बुधवार को विस्तार हो सकता है।
सूत्रों की मानें तो इस संभावना पर भी विचार हुआ है कि फिर दस से बारह लोगों का छोटा मंत्रिमंडल विस्तार किया जाए। बाकी पद दूसरे मंत्रिमंडल विस्तार से भरे जाएं। इससे पहले शिवराज ने ज्याेतिरादित्य सिंधिया और नरेंद्र सिंह ताेमर से भी मुलाकात की। देर शाम नरोत्तम मिश्रा भी दिल्ली पहुंचे और बैठकों में शामिल हुए। मुख्यमंत्री शिवराज समेत मप्र के नेताओं के मंगलवार की सुबह भोपाल आने के संकेत हैं। मप्र की प्रभारी राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के आने का कार्यक्रम सोमवार देर रात तक जारी नहीं किया गया।
इससे पहले दिन में मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके निवास सात लोक कल्याण मार्ग में मुलाकात की। मार्च 2020 में मुख्यमंत्री बनने के बाद यह उनकी प्रधानमंत्री से पहली मुलाकात थी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को कोविड-19 के दौरान प्रदेश में वैश्विक महामारी से निपटने के लिए किए गए प्रयासों और उससे जुड़ी समस्याओं के बारे में बताया। साथ ही दो पुस्तकें ‘उम्मीद’ और ‘मध्यप्रदेश विकास के लिए प्रतिबद्ध प्रयास’ भेंट की।
यहां फंसा रहा पेंच... शिवराज खेमे के वरिष्ठ नेताओं काे इस बार भी ड्राॅप करने और नए चेहराें काे माैका देने की उलझन
सूत्राें की मानें प्रदेश संगठन शिवराज के पिछले कार्यकालों में मंत्री रहे सीनियर नेताओं को ड्रॉप कर नए चेहरों को मौका देना चाहता है, लेकिन मुख्यमंत्री चाहते हैं कि यह निर्णय बाद में लिया जाए। सिंधिया समर्थकों में से सभी बड़े नेताओं को मंत्री बनाया जाता है तो भाजपा के पास पद कम बचेंगे। संगठन चाहता है कि एक-दो लोगों को रोककर उन्हें उपचुनाव के बाद मंत्री बनाया जाए। ये उन छह लोगों के अलावा हैं जो पिछली कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे। मसलन कांग्रेस से भाजपा में सिंधिया समर्थक ओपीएस भदौरिया, राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव और रणवीर जाटव भी दावेदार हैं। इन्हीं में से एक-दो लोगों को कम करने पर बात हो रही है, क्योंकि एंदल सिंह कंसाना, बिसाहूलाल सिंह और हरदीप डंग को मंत्री बनाना पहले ही तय हो चुका है। बताया जा रहा है कि कुछ विभागों पर देर रात नड्डा ने सहमति दे दी।
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