Sunday, 1st June 2025

सीबीएसई की बची परीक्षाएं होंगी या नहीं? / 10वीं-12वीं की बची परीक्षाओं पर आज सुप्रीम कोर्ट सुना सकता है फैसला, जेईई-नीट को लेकर पर भी आ सकता है निर्णय

Thu, Jun 25, 2020 7:17 PM

 

  • कुल 29 विषयों की परीक्षा होनी है, इनमें से 6 विषय की परीक्षा उत्तर-पूर्वी दिल्ली में 10वीं क्लास के छात्रों के लिए होनी है
  • सीबीएसई की परीक्षाएं 1 से 15 जुलाई, जबकि जेईई 18-13 जुलाई और नीट 26 जुलाई को होनी है
 

सीबीएसई की 10वीं-12 वीं की बची परीक्षाओं पर आज फैसला आ सकता है। सुप्रीम कोर्ट आज अभिभावकों द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए इस मामले पर दोपहर 2 बजे तक फैसला सुना सकता है। इससे पहले सोमवार को हुई सुनवाई में सीबीएसई ने परीक्षाओं पर फैसले के लिए कोर्ट से दो दिन का समय मांगा था। इसके बाद शीर्ष अदालत ने सुनवाई 25 जून 2020 तक स्थगित कर दी थी। बोर्ड आज परीक्षा के बारे में अपना पक्ष कोर्ट के सामने रखेगा। 

बोर्ड वैकल्पिक व्यवस्था अपना सकता है

अगर परीक्षाएं रद्द की जाती है तो बोर्ड स्टूडेंट्स को एक स्पेशल मार्किंग स्कीम के आधार पर पास कर सकता है। हालांकि, अपने प्रदर्शन में सुधार के लिए स्टूडेंट्स बाद में परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए 1 जुलाई से 15 जुलाई तक सीबीएसई की परीक्षा कराना करना संभव नहीं है। आगे किसी तरह की देरी स्टूडेंट्स को उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रवेश लेने में बाधा डाल सकती है। कुल 29 विषयों की परीक्षा होनी है। इनमें से 6 विषय की परीक्षा उत्तर-पूर्वी दिल्ली में 10वीं क्लास के छात्रों के लिए होनी है। इन्हें दिल्ली में हुए दंगे की वजह से टाला गया था। देशभर में 12वीं के 12 विषयों की परीक्षा होनी है। वहीं, उत्तर पूर्वी दिल्ली में इन 12 के अलावा 11 और मुख्य विषयों की परीक्षा होनी है।

सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका

इससे पहले अभिभावकों के एक समूह ने सीबीएसई की परीक्षा रद्द करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। इस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने बोर्ड को परीक्षा रद्द करने के बारे में विचार करने को कहा था। वहीं, कोरोना के बिगड़ते हालात को देखते हुए जेईई (मेन), जेईई (एडवांस्ड) और नीट को भी रद्द करने की मांग की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक जेईई (मेन), जेईई (एडवांस्ड) और नीट जैसी राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षाओं को रद्द करने की संभावना नहीं है। इन परीक्षाओं को आगे स्थगित किया जा सकता है, लेकिन इन्हें रद्द नहीं किया जाएगा।

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