भोपाल. मध्य प्रदेश में बुधवार देर रात तक कोरोनावायरस के 161 नए मामले सामने आए। इसके साथ संक्रमितों की संख्या बढ़कर 11244 हो गई है। राहत वाली बात यह है कि 8388 मरीज स्वस्थ हो गए हैं। अब एक्टिव केस सिर्फ 2374 हैं। कोरोना से अभी तक 482 मरीजों की मौत हुई है। 24 घंटे में 6439 सैंपल की जांच की गई।
ये तस्वीर प्रदेश भाजपा कार्यालय की है। भाजपा विधायक दल की बैठक के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत अन्य नेता बिना मास्क के बातचीत करते नजर आए।
मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण की गति देश की तुलना में आधी
मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण की गति देश की तुलना में आधी से भी कम है। राज्य की कोरोना संक्रमण ग्रोथ रेट 1.7 प्रतिशत है। देश की 3.8 प्रतिशत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए चर्चा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल हुए। इसमें मोदी ने अनलॉक वन के बाद के हालातों और कोरोना रोकने की रूपरेखा के साथ राज्यों की स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान सीएम शिवराज ने उन्हें यहां की स्थिति बताई। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की डबलिंग रेट 41.1 दिन है, जबकि भारत की 19.4 दिन है।
संक्रमितों के स्वस्थ्य होने की दर 73.6% हुई
मध्यप्रदेश में 12 मई तक कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने की दर 46.7% थी। अब 16 जून को यह बढ़कर 73.6% हो गई है। भारत में कोरोना रिकवरी रेट 52.5 प्रतिशत है। यहां पर कोरोना के एक्टिव केसों में भी लगातार कमी आ रही है। यहां पूरे देश के कोरोना एक्टिव केस का 1.6 प्रतिशत है। संक्रमितों की संख्या का 3.2 प्रतिशत है।
भोपाल और इंदौर में कोरोना के ग्रोथ रेट में कमी आई
अनलॉक-1 के बाद कोरोना की ग्रोथ रेट में कमी आई है। 30 मई को कोरोना की ग्रोथ रेट 3.01% थी, जो 16 जून को घटकर 1.7% रह गई। वहीं, 12 मई को प्रदेश में कोरोना की ग्रोथ रेट 3.9% थी। ज्यादा संक्रमित शहर इंदौर, भोपाल और उज्जैन में कोरोना की ग्रोथ रेट में लगातार कमी आ रही है। इंदौर की डबलिंग रेट 73.9 दिन, भोपाल की डबलिंग रेट 25 दिन और उज्जैन की 49.8 दिन रह गई है।
आईडेंटिफाई के तहत सघन सर्वे और कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की गई
प्रदेश में आईआईटीटी (आईडेंटिफाई, आयसोलेट, टैस्ट एण्ड ट्रीट) की रणनीति पर कार्रवाई कर कोरोना की चेन को तोड़ा गया। आईडेंटिफाई के तहत सघन सर्वे और कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की गई। फीवर क्लीनिक के जरिए मरीजों की पहचान की गई। फर्स्ट कॉन्टेक्ट और हाई रिस्क मरीजों को घर पर और संस्थाओं में आइसोलेट किया गया। सबसे पहले कॉन्टेक्ट और हाई रिस्क मरीजों की सैम्पलिंग की गई और टैस्टिंग कैपेसिटी को बढ़ाया गया।
ये तस्वीर गुना की है। चातुर्मास के लिए जैन मुनियों का आना शुरू हो गया है। मुनियों के संघ के साथ चल रहे समाज के लोग बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं।
कोरोना अपडेट्स...
तस्वीर सीहोर की है। कोरोना खतरा अभी टला नहीं है। स्वास्थ्य विभाग की टीम पूरी मुस्तैदी से लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग कर रही है।
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